जी हाँ ,शीर्षक देख कर चौंक गए होंगे। लेकिन यह सही है ,किसी समय हिंदुस्तान से लंदन तक सीधी बसें चलती थीं। यह बस पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से लंदन तक चलती थी। जिसका किराया उस समय 150 पाउंड हुआ करता था । जो आज के भारतीय मुद्रा में 13हज़ार 9 सौ 84 रुपये 50 पैसे होता हैं । यह बस 48 दिनों में अपनी यात्रा पूरी करती थी। बताते हैं की यह बस उस समय कोलकाता से अमृतसर लाहौर ,पेशावर ,अफगानिस्तान, ईरान ,तुर्की,,उक्रेन एवं पोलैंड होते हुए आती-जाती थी। गूगल के मुताबिक कोलकाता से लंदन की दूरी 7,957 किलोमीटर अर्थात 4,949॰ 03 मील है।
कलपना करने योग्य है कि कोलकाता-लंदन बस से यात्रा करने वाले यात्री कितने भाग्यशालि होते रहें होंगे,जो 48 दिनों तक विभिन्न देशों की सभ्यता ,संस्कृति एवं रहन-सहन के बीच गुजरते रहें होंगे । उनकी यह यात्रा वास्तव में कभी न भूलने वाली यात्रा रही होगी। क्यों कि इस न भूलने वाली यात्रा के दौरान उन्हें कमर दर्द ,मांसपेशियों में जकड़न,उर समुन्द्र के ऊपर की यात्रा के दौरान फेफड़ों में पानी की शिकायत का सामना करना पड़ा होगा। जिसे वे यात्री ज़िंदगी भर नहीं भूलें होंगे।
इसी तरह आज भी एक ट्रेन सेवा ट्रांस सइबेरियाई है जो साइब्रेरिया से चीन तक चलती है। यह ट्रेन मास्को से चल कर साइबेरिया ,मंगोलिया,रेगिस्तान गोबी से होते हुए चीन के बीजिंग तक चलती है। यह भी एक रोमांचकारी यात्रा होती होगी ।
(प्रणाम पर्यटन डेस्क)
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