पर्यटन भवन,लखनऊ में अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए। साथ में प्रदेश के पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी । 

प्रदेश के समस्त पर्यटन विकास योजनाओं कोप्राथमिकता के 
आधार पर यथाशीघ्र पूर्ण कराएं जाएं : प्रह्लाद सिंह पटेल

-प्रणाम पर्यटन ब्यूरो -
लखनऊ:।  प्रहलाद सिंह पटेल, मा0 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन एवं संस्कृृति मंत्रालय, भारत सरकार तथा डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी, मा0 पर्यटन एवं संस्कृृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उ0प्र0 सरकार के द्वारा पर्यटन निदेशालय, विपिन खण्ड, गोमती नगर, लखनऊ के सभागार मंे पर्यटन विभाग एवं संस्कृृति विभाग के सम्बन्धित कार्यों  की संयुक्त समीक्षा बैठक की गई। 
बैठक में श्री जितेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृृति/श्री एन.जी. रवि कुमार, सचिव पर्यटन एवं संस्कृृति विभाग तथा महानिदेशक, पर्यटन/श्री अविनाश चन्द्र मिश्र, संयुक्त निदेशक, पर्यटन/श्री अनूप कुमार श्रीवास्तव, उपनिदेशक, पर्यटन उपस्थित थे। 
श्री पटेल का स्वागत करते हुए प्रदेश के पर्यटन मंत्री श्री तिवारी 
* केन्द्रीय मंत्री जी के द्वारा पर्यटन एवं संस्कृृति मंत्रालय, भारत सरकार से वित्त-पोषित योजनाओं की विस्तृृत समीक्षा की गई और कार्या को शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये गये।
*उ0प्र0 पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश में नवीन योजनाओं के प्रस्तावों का भी प्रस्तुतीकरण किया गया। मा0 मंत्री महोदय द्वारा प्रस्तावित योजनाओं का डी0पी0आर0 तैयार कराकर भारत सरकार को स्वीकृृति हेतु प्रेषित कराये जाने के निर्देश दिये गये। इन योजनाओं से लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, उनके आर्थिक एवं सामाजिक स्तर का उन्नयन होगा तथा देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को स्तरीय पर्यटक सुविधायें प्राप्त हो सकेंगी  और उनका पर्यटन-अनुभव बेहतर हो सकेगा।
*स्पिरीचुअल सर्किट में गंगा सर्किट के पर्यटन विकास हेतु रू0 100.00 करोड़ का प्रस्ताव किया गया है। माँ गंगा नदी के तट पर अनेकानेक पवित्र तीर्थ स्थल स्थित है, जो कि पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। वर्तमान में गंगा नदी के तट पर पड़ने वाले ऐसे समस्त महत्वपूर्ण एवं पवित्र स्थलों को चिन्हित करते हुए गंगा सर्किट के रूप में एक नए पर्यटन परिपथ का विकास किया जाना प्रस्तावित है। इन प्रसिद्ध पर्यटन स्थलांे पर लाखों की संख्या में पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं का आवागमन वर्षपर्यन्त होता रहता है। गंगा सर्किट के विकास से न केवल इन प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों का सुनियोजित ढंग से विकास हो सकेगा, बल्कि इस क्षेत्र में जल मार्ग के माध्यम से नौका विहार, वाटर स्पोर्ट्स एवं वाटर ट्रान्सपोर्टेशन का भी लाभ प्राप्त होगा। 
*स्वदेश दर्शन स्कीम के अन्तर्गत नवीन योजनाओं में स्पिरीचुअल सर्किट के अन्तर्गत नैमिषारण्य, मिश्रिख, धोबियागाँव, हेरिटेज सर्किट के अन्तर्गत क्रान्ति पथ (सन् 1857), हस्तिनापुर (द्रौपदेश्वर, पाण्डेश्वर महादेव, द्रौपदी घाट), ईको-टूरिज्म सर्किट के अन्तर्गत मीरजापुर, चुनार, सीतामढ़ी, सोनभद्र (आंकाक्षी जनपद), बुद्धिष्ट सर्किट के अन्तर्गत कौशाम्बी, संकिसा एवं सारनाथ तथा बुन्दलेखण्ड सर्किट का पर्यटन विकास कराया जाना प्रस्तावित है, जिसकी अनुमानित लागत रू0 400.00 करोड़ है तथा प्रासाद स्कीम के अन्तर्गत जनपद-वाराणसी एवं मथुरा में नवीन पर्यटन विकास योजनाएं प्रस्तावित की गई हैं, जिसकी अनुमानित लागत रु0 100.00 करोड़ है। 
स्वदेश दर्शन स्कीम के रामायण सर्किट के अन्तर्गत निम्नलिखित योजनाओं का कार्य कराया जा रहा है:-
*प्रयागराज में संध्या घाट, टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेन्टर (टीएफसी), लास्ट माईल कनेक्टिविटी, पार्किंग, टाॅयलेट फैसिलिटी, सोलर लाईटिंग, साईनेजेज के कार्य पूर्ण कराये जा चुके है। 
*चित्रकूट में परिक्रमा मार्ग-कवरशेड, रामघाट पर फूड प्लाजा एवं टाॅयलेट, रामघाट- पार्किंग, परिक्रमा पर माडर्न टाॅयलेट, टी.एफ.सी., लास्ट माईल कनेक्टिविटी, फुट- ओवरब्रिज, रामायण गैलरी, रामघाट-लेजर शो के कार्य सितम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिए जाएगें।
*अयोध्या में रामकथा गैलरी, बहुउद्देशीय हाॅल, राम की पैड़ी, गुप्तार घाट एवं लक्ष्मण किला घाट के कार्य पूर्ण कर लिए गए है तथा अयोध्या स्ट्रीट रिजुवेनेशन, पेडेस्ट्रियन पाथवे, बस स्टैण्ड, पंचक्रोसी परिक्रमा पर टूरिस्ट सेल्टर, सिटी वाइड इण्टरवेशन,  मल्टीलेवेल पार्किंग के कार्य सिमम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
स्वदेश दर्शन स्कीम के बुद्धिस्ट सर्किट के अन्तर्गत निम्नलिखित योजनाओं का कार्य कराया जा रहा है:-
*कुशीनगर में पार्किंग, साइनेज, सोलर लाइटिंग, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट, मार्डन टाॅयलेट, लास्टमाइल कनेक्टिविटी, सी0सी0टी0वी0 एवं वाई-फाई के समस्त कार्य पूर्ण कराया जा चुका है।
*कपिलवस्तु में हेलीपैड एवं टर्मिनल/वीआईपी ब्लाक का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा साईनेज एवं पेयजल व्यवस्था, सी0सी0टी0वी0 एवं वाई-फाई, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट,  ध्वनि एवं प्रकाश शो, बुद्धा थीम पार्क, टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेन्टर, पार्किंग, मार्डन टाॅयलेट, सोलर लाइटिंग के समस्त कार्य दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिए जाएगें।
*श्रावस्ती में वल्र्ड पीस बेल, टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेन्टर एवं पार्किंग के कार्य पूर्ण हो चुके है तथा बुद्धा थीम पार्क, सोलर लाईटिंग, साईनेज एवं साॅलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट, सी0सी0टी0वी0 एवं वाई-फाई, ध्वनि एवं प्रकाश शो तथा मार्डन टाॅयलेट के समस्त कार्य अक्टूबर, 2020 तक पूर्ण कर लिए जाएंगे।
*स्पिरीचुअल सर्किट-1 योजना के अन्तर्गत आहर, अलीगढ़, कासगंज, उन्नाव, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, मीरजापुर, गोरखपुर, डुमरियागंज, बस्ती, बाराबंकी, आजमगढ़, कैराना, बागपत एवं शाहजहाँपुर (लैण्डस्केपिंग, टायलेट, सोलर लाईट, बेन्चेज, घाट, पाथवे, ध्वनि एवं प्रकाश शो, पहुँच मार्ग आदि) के पर्यटन विकास के कार्य दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिए जाएगें।
*स्पिरीचुअल सर्किट-2 योजना के अन्तर्गत बिजनौर, मेरठ, कानपुर, कानपुर देहात, बाँदा, गाजीपुर, सलेमपुर, घोसी, बलिया, अम्बेडकर नगर, अलीगढ़, फतेहपुर, देवरिया, महोबा, सोनभद्र, चन्दौली, मिश्रिख एवं भदोही (घाट का विकास, पार्किंग, लैण्डस्केपिंग, सोलर लाईट, मल्टीपर्पज हाॅल, टायलेट, बेन्चेज आदि) के पर्यटन विकास के कार्य सितम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिए जाएगें।
*हेरिटेज सर्किट योजना के अन्तर्गत कालिन्जर किला (बाँदा), मगहर धाम (सन्तकबीर नगर), चैरी चैरा, शहीद स्थल (फतेहपुर), महावर स्थल (घोसी) एवं शहीद स्मारक (मेरठ) (लैण्डस्केपिंग, बेन्चेज, टायलेट, डस्टबिन, घाट का विकास, इण्टरप्रेटेशन सेन्टर, मल्टीपर्पज हाॅल, साईनेज एवं गजीबो आदि) के पर्यटन विकास के कार्य दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिए जाएगें।
*स्पिरिचुअल सर्किट-3 योजना के अन्तर्गत जेवर-दादरी- सिकन्दराबाद- नोएडा- खुर्जा-बाँदा (लैण्डस्केपिंग, बेन्चेज, टायलेट, साईनेज, पेय जल व्यवस्था, मल्टीपर्पज हाॅल आदि) के पर्यटन विकास के कार्य अक्टूबर, 2021 तक पूर्ण कर लिए जाएगें।
*स्पिरिचुअल सर्किट-4 के अन्तर्गत गोरखपुर-देवीपाटन-डुमरियागंज (टी.एफसी., यात्री छादक, पेय जल व्यवस्था, बेन्चेज, लाईट्स, कथा स्थल, कुकिंग एरिया, प्रवेश द्वार, गजीबो, लैण्डस्केपिंग, टायलेट आदि) के पर्यटन विकास के कार्य अक्टूबर, 2021 तक पूर्ण कर लिए जाएगें।
*वाराणसी में घाटों पर लाईटिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा घाटांे पर आॅडियो सिस्टम, फसाड डेवलेपमेन्ट, स्ट्रीट पेडेस्ट्रिनाईजेशन एवं फूटपाथ, अस्सी घाट पर अतिरिक्त फैसिलिटीज़, पंचक्रोसी परिक्रमा, रामेश्वरम पर फैसिलिटेशन सेन्टर, साईनेज के कार्य दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिए जाएंगे।
*वाराणसी में क्रूज बोट संचालन की योजना क्रियान्वित की जा रही है, जिसमें क्रूज बोट के निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा जेट्टी एवं स्टोरी बोर्ड का कार्य प्रगति पर है, जिसे दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
*वाराणसी (फेज-1) के अन्तर्गत कुल स्वीकृत 06 कार्याें में से 05 कार्य पूर्ण कर लिए गए है एवं मा0 प्रधानमंत्री जी के द्वारा लोकार्पण किया जा चुका है तथा सारनाथ में साउण्ड एण्ड लाइट शो योजना का कार्य प्रगति पर है, जिसे अगस्त, 2020 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
*वृन्दावन में टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेन्टर का निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
*मथुरा-वृन्दावन मेगा टूरिस्ट सर्किट (फेज-2) के अन्तर्गत थीम पार्क अकबरपुर, जयकुण्ड जैत, चन्द्र सरोवर चैमुहा, कृष्ण सरोवर बाद का पर्यटन विकास का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
*गोवर्धन का पर्यटन विकासः- 1-गोवर्धन बस, स्टैण्ड-कार स्टैण्ड ब्लाॅक, क्लाॅक रूम, टाॅयलेट, बाॅउण्ड्री वाॅल, सरफेस डेवलेपमेन्ट 2.गोवर्धन, परिक्रमाः-स्ट्रीट फर्नीचर, डस्टबिन, सी0सी0टी0वी0, पी0ए0/साउण्ड सिस्टम, वाईफाई सिस्टम, साइनेज,       3. चन्द्र सरोवरः-टायलेट ब्लाॅक, टिकट काउन्टर/गार्ड रूम, पार्किंग, लैण्ड स्केपिंग एण्ड साइट, डेवलेपमेन्ट 4. कुसुम सरोवरः- इल्यूमिनेशन, गुलाब, वाटिका, टायलेट, पेवड पाथ-वे 5. मानसी गंगाः-पिलग्रिम इमेनिटीस, लाइटिंग आॅफ घाट्स, कनेक्टिंग, ब्रिज फ्राम टेम्पल टू इमेनिटी ब्लाॅक के पर्यटन विकास के कार्य जनवरी, 2021 तक पूर्ण कर लिए जाएंगे।
संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की म्यूजियम ग्राण्ट स्कीम के अन्तर्गत कराये जाने वाले कार्य:-
*अयोध्या में रामकथा संग्रहालय में डिजिटल इण्टरवेंशन/रामायण गैलरी का कार्य फरवरी, 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
*गोरखनाथ मन्दिर, गोरखपुर में संग्रहालय का कार्य फरवरी, 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
उ0प्र0 संस्कृति विभाग से देवगढ़ में एक म्यूजियम के निर्माण का प्रस्ताव तैयार कराकर म्यूजियम ग्रान्ट स्कीम के अन्तर्गत वित्त-पोषण हेतु भारत सरकार को प्रेषित कराये जाने के निर्देश दिये गये। प्रदेश में रामलीला अकेडमी एवं ग्लोबल इन्साईक्लोपीडिया आॅफ रामायण का प्रस्ताव भी तैयार कराकर संस्कृृति मंत्रालय, भारत सरकार को प्रेषित कराये जाने के निर्देश दिये गये।
बैठक के अन्त में मा0 केन्द्रीय मंत्री जी के द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि भारत सरकार से धनराशि प्राप्त होने में कोई भी विलम्ब नहीं होगा। योजनाओं का प्रस्ताव एवं उपयोगिता प्रमाण-पत्र राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार समय से प्रेषित कराये जाने की अपेक्षा करते हुये प्रदेश के अन्दर संचालित समस्त पर्यटन विकास योजनाओं को सर्वाेच्च प्राथमिकता के आधार पर उच्च गुणवत्ता के साथ यथाशीघ्र पूर्ण कराने के भी निर्देश दिये गये।