यूपी के इन झरनों के आगे फ़ीके है पहाड़ों के प्रसिद्ध झरने, नजारे कर देंगे हैरान
प्रणाम पर्यटन ब्यूरो , लखनऊ / गर्मी का मौसम और बच्चों की गर्मियों की छुट्टियां । बच्चों के लिए गर्मियों की छुट्टी का मतलब घूमने का मौका । बच्चे गर्मियों की छुट्टी को लेकर उत्साहित होते हैं। महीनों पहले से घूमने का प्लान बनाने लगते हैं और माता-पिता से उम्मीद करते हैं कि इस बार गर्मियों की छुट्टी में उन्हें किसी नई और एडवेंचर्स जगह पर ले जाएंगे। बच्चे जगह - जगह के नाम सोच कर रखते हैं, जहां वह घूमना चाहते हैं। जिनमें अधिकांशतःलोग हिमाचल की वादियों या फिर उत्तराखंड के पहाड़ों का रुख करते हैं । लेकिन इस बार हम आप को सलाह देते हैं कि तपतपाती धूप से रहत पाने के लिए नहीं पहाड़ों पर न जा कर विन्ध्य की पहाड़ियों व उसके आस-पास के प्राकृतिक झरनों के बीच बच्चों सहित रहत की साँस लीजिये । ऐसे में इस बार अगर आप गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के साथ कम पैसों में किसी बेहतरीन जगह को घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहां आपको ऐसी ही जगहों के बारे में बता रहे हैं जो बच्चों से लेकर बड़े बूढ़ों तक को पसंद आएगी । यदि आप किसी हिल स्टेशन की यात्रा करने और वहाँ के झरनों के नीचे भीगकर ठंडक अकी अनुभूति करना चाहते है, तो किसी दूसरे राज्य जाने की जगह आप उत्तर प्रदेश का रुख कर सकते हैं। यहाँ कई शानदार वाटरफॉलस और झरने है जो प्रसिद्ध हिल स्टेशनों को भी मात देते है और आपकों एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं। उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक और एतिहासिक पर्यटन के अतिरिक्त अगर आप नेचर को एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो आपको आना पड़ेगा पूर्वांचल। मिर्जापुर विंध्याचल धाम के अलावा अपने टूरिस्ट स्पॉट के लिए जाना जाता है। लखनिया दरी, चुनादरी, विंढम फाल, टांडा फाल, सिद्धनाथ की दरी आदि दर्जनों ऐसे वाटरफॉल हैं, जो प्राक्रतिक दृष्टि से समृद्ध हैं। आज इस खबर में हम आपको पांच ऐसे वाटरफॉल (जलप्रपात) के बारे में बताएंगे जहां जाकर आपके उत्तर प्रदेश को देखने का नजरिया बदल जाएगा।
तुलसी वॉटरफॉल (शबरी वॉटरफॉल) वही तुलसी वॉटरफॉल, जिसे पहले शबरी वॉटरफॉल के नाम से जाना जाता था, चित्रकूट वन की मारकुंडी रेंज के अंदर स्थित है। यह मनमोहक स्थल चट्टानों पर गिरने वाली तीन अलग-अलग धाराओं का विहंगम दृश्य प्रस्तुत करता है, जो जंगल की गहराई में गायब होने से पहले, लगभग 40 फीट तक एक विशाल जल क्षेत्र में उतरती हैं। जैसे ही आगंतुक पुल पार करते हैं, उनका स्वागत पानी के चट्टान से उठने वाली मनमोहक धुन के साथ-साथ एक मनोरम दृश्य दिखता है। इनमें से प्रत्येक झरना, अपने विशिष्ट आकर्षण के साथ, उत्तर प्रदेश के बारे में आपकी धारणा को हमेशा के लिए बदलने का वादा करता है। खूबसूरत झरनों और शांत सौंदर्य का अनुभव करने के लिए मिर्ज़ापुर और चित्रकूट की यात्रा पर निकलें, जो प्रकृति ने इस क्षेत्र को प्रदान किया है।
विंडम वाटरफॉल मिर्जापुर में घूमने की बेहतरीन जगहें हैं, इन्हीं में से एक है विंडम वाटरफॉल। मिर्जापुर शहर से 14 किलोमीटर दूर स्थित यह वाटरफॉल पर्यटकों की पसंदीदा जगह है। यह वाटरफॉल परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने का बेहतरीन स्थान है। चट्टानों के बीच में बहता पानी नजारे को खूबसूरत बनाता है। यहां पर लोग नहाते भी है, इसके साथ ही खाना बनाकर यहां पिकनिक भी मनाते हैं।
सिद्धनाथ की दरी उत्तर प्रदेश के बेहतरीन झरनों की जब भी बात होती उसमें सिद्धनाथ की दरी टॉप पर है। यह वाटरफॉल यूपी के जौगढ़ में मौजूद है। इस वाटरफॉल का नाम सिद्धनाथ बाबा के नाम पर पड़ा है। कहा जाता है कि बाबा यहां पर साधना किया करते थे। यह वाटरफॉल चुनार में पड़ता है और यह सक्तेशगढ़ में बाबा अड़गड़ानंद के आश्रम से 2 किलोमीटर की दूरी पर ही है। यह झरना बेहद ही खूबसूरत है। पहाड़ों से गिरता पानी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस झरने के चारों तरफ प्राकृतिक रूप से फैली पहाड़ियां और पेड़-पौधे यहां की खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं। परिवार और दोस्तों संग पिकनिक मनाने का ये बेस्ट स्पॉट है।
सिरसी वाटरफॉल अगर आप मिर्जापुर घूमने जा रहे हैं तो यहां से मात्र कुछ ही दूरी पर स्थित सिरसी वाटरफॉल जरूर जाएं। सिरसी डैम के ठीक पीछे एक झरना है, ये झरना आपको ये एहसास कराता है कि नेचर कितना खूबसूरत हो सकता है। सिरसी डैम को देखकर आपको ऐसा लगेगा की आप समुंदर के किनारे पहुंच गए हैं। इस डैम का दूसरा छोर नहीं दिखाई देता। सिरसी वाटरफॉल सिरसी डैम से ही गिरता है। मिर्जापुर से घोरावल रोड पर लगभग 45 किलोमीटर बहुत ही मनमोहक और प्राकृतिक छटाओं से भरपूर वाटरफॉल है सिरसी वाटरफॉल। यह वाराणसी से लगभग 55 किलोमीटर है। सिरसी में लोग पिकनिक मनाने जाते हैं, यहां पहाड़ों से गिरता पानी आपको पहाड़ों की याद जरूर दिला देगा।
टांडा फॉल टांडा वाटरफॉल उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध झरनों में से एक है। मिर्जापुर से 7 किलोमीटर दक्षिण की ओर जाने पर बहुत ही मनमोहक टांडा जलप्रपात है। यहां जाने का रास्ता सड़क मार्ग ही है। आपको जाने में भले ही थोड़ी परेशानी हो, लेकिन इसकी खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। बरसात के मौसम में प्राकृतिक वनस्पति और जीव अपने चरम पर होते हैं। यहां कल-कल बहता पानी चट्टानों को ठंडा रखता है।
मुक्खा वॉटरफॉल वैसे तो मिर्जापुर के आगे बसा सोनभद्र एरिया अपने बेहतरीन मंदिरों के लिए जाना जाता है। बिड़ला मंदिर पूरे विश्व में फेमस है, लेकिन इसके अलावा यहां एक ऐसा झरना है जो प्रकृति की गोद में विराजमान है। रॉबर्ट्सगंज से 55 किलोमीटर पश्चिम में और शिवद्वार से 15 किलोमीटर की दूरी पर है मुक्खा फॉल। यूपी के सोनभद्र जिले में मौजूद ये झरना मानसून के वक्त अपने शबाब पर रहता है। यहां पर जल का विकराल रूप देखकर लोगों को एक बार को डर जरूर लगेगा। मुक्खा फॉल पर गर्मियों के सीजन में भारी संख्या में टूरिस्ट पहुंचते हैं। फैमिली और फ्रेंड्स के साथ अच्छा वक्त बिताने के लिए ये बेहतरीन जगह है। यहां जाने का रास्ता थोड़ा कठिन है, लेकिन जब आप इस फॉल को देखेंगे तो सारी थकावट दूर हो जाएगी।