2.25 एकड़ में 10 करोड़ रूपये की लागत से बौद्ध संग्रहालय का निर्माण : जयवीर सिंह
लखनऊ: / जनपद फर्रूखाबाद के काली नदी के तट पर स्थित पवित्र बौद्ध स्थल संकिसा के विकास के लिए पर्यटन विभाग ने कई महत्त्वपूर्ण परियोजनाएं प्रारम्भ की है। इन परियोजनाओं के तहत करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से बौद्ध विहार में पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। इसमें बाउंड्री वाल, वॉटर फैसिलिटी, यात्री शेड, प्रकाश व्यवस्था, प्रसाधन. रेस्ट रूम और यात्री हाल आदि का निर्माण शामिल है। इसके अतिरिक्त, लगभग 2.25 एकड़ क्षेत्र में 10 करोड़ रुपये की लागत से बौद्ध संग्रहालय का निर्माण भी कराया जाएगा। साथ ही, संग्रहालय के बगल वाली जमीन पर भी विकास कार्य कराए जाएंगे।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने देते हुये बताया कि भगवान बुद्ध देवलोक में अपनी माता को उपदेश देकर संकिसा की पवित्र भूमि पर अवतरित हुए थे, जो उत्तर प्रदेश के फ़र्रूख़ाबाद जिले में काली नदी के तट पर स्थित है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग संकिसा के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, इस पर्यटन स्थल को विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए विभाग द्वारा अनेक परियोजनाओं पर कार्य प्रारंभ किया गया है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन परियोजनाओं के पूरा होने पर संकिसा न केवल एक महत्वपूर्ण बौद्ध धार्मिक स्थल के रूप में उभरेगा, बल्कि एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में भी विकसित होगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। संकिसा को एक प्रमुख बौद्ध तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि ‘संकिसा हमारे बौद्ध सर्किट का प्रमुख तीर्थ स्थल है, प्रदेश में कपिलवस्तु, कौशाम्बी, कुशीनगर, श्रावस्ती, संकिसा और सारनाथ समेत 6 प्रमुख बौद्ध स्थल है। पर्यटन विभाग, संकिसा को एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे अधिक से अधिक विदेशी बौद्ध अनुयायी प्रदेश में भ्रमण के लिए आए और हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूती करने में योगदान दे। कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है। पर्यटन के क्षेत्र में लगातार विस्तार के साथ ही पूंजी निवेश की संभावनायें बढ़ती जा रही है। पर्यटन सेक्टर में स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर तथा आमदनी की असीमित संभावनायें है। इसलियें राज्य सरकार प्रदेश में स्थित पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के लिये विभिन्न सुविधायें विकसित करने पर जोर दे रही है।