मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 10 प्रगतिशील आम उत्पादकों एवं 5 निर्यातकों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
लखनऊ / मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अवध शिल्पग्राम में तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2024 का शुभारम्भ किया। उन्होंने जापान के लिए आम निर्यात हेतु कन्टेनर को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में किसानों, बागवानों तथा पशुपालकों के हितों के संवर्धन के लिए अनेक योजनाएं चलायी जा रही हैं। यह योजनाएं उनकी आमदनी को कई गुना बढ़ाने में सहायक साबित होंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारी सामान्य भाषा में जिस फल का नाम आम है उस फल की विशेषता तथा उस तक प्रत्येक नागरिक की पहुंच का सहज अनुमान लगाया जा सकता है। वह आम है इसीलिए वह सबके लिए सुलभ, सरल व उपयोगी है। आम को फलों के राजा के रूप में सबने महत्व दिया है। प्रदेश में विगत 07-08 वर्षों से आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत प्रदेश के प्रगतिशील किसानों और बागवानों को सम्मानित किया जाता है। प्रदेश में उत्पादित आम को देश और दुनिया की बाजारों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाता है।
आम महोत्सव लखनऊ के साथ-साथ देश और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किया जाता है। इस महोत्सव में उत्तराखण्ड, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि विभिन्न राज्यों से आए हुए किसान तथा अनेक अन्य संस्थाएं भाग ले रही हैं। आम महोत्सव में प्रदेश व देश के आमों की 700 से अधिक किस्में प्रदर्शित की जाएंगी। यहां पर क्रेता-विक्रेता समागम का आयोजन किया जाएगा। आयात-निर्यात के लिए नए-नए उपक्रम आयोजित होंगे।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज उन्होंने यहां से जापान हेतु आमों के निर्यात के लिए एक कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश से इस वर्ष जापान और मलेशिया में 40 टन आम का निर्यात किया जाएगा। पहली बार लखनऊ का दशहरी आम अमेरिका को निर्यात किया गया। प्रदेश में आम का दाम लगभग 40 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच में है। लेकिन जब यह अमेरिका के बाजार में पहुंचेगा तो इसका दाम 900 रुपये प्रति किलोग्राम हो जाएगा। विभिन्न शुल्कों एवं कार्गो व एयरफेयर के मूल्य को जोड़ने पर कुल निर्यात खर्च 250 से 300 रुपये तक पहुंचेगा। इसके बावजूद किसान को प्रति किलोग्राम आम पर 600 रुपये की बचत होगी। यदि आमों की गुणवत्ता को उत्पादन के पहले दिन से ही बनाए रखते हुए कार्य किया जाएगा तो आम का दाम दुनिया में 900 रुपये प्रति किलो प्राप्त होगा। इसके लिए निर्यात की गुणवत्ता, आमों को तोड़ने व पैकिंग के तरीके पर ध्यान देना होगा। गत वर्ष उद्यान विभाग की टीम तथा लखनऊ व अमरोहा आदि के किसानों ने मास्को जाकर आम महोत्सव का आयोजन किया। वहां से भारी मात्रा में आमों का आर्डर प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश में किसानों की सुविधा के लिए जनपद सहारनपुर, अमरोहा, वाराणसी तथा लखनऊ में पैक हाउस का निर्माण किया गया है। हमें यहां के नागरिकों तथा बाजारों के साथ-साथ दुनिया के बाजार के लिए भी आम उत्पादित करना है। यह क्षमता हमारे अन्नदाता किसानों व औद्यानिक फसलों से जुड़े हुए बागवानों में है। यही कारण है केवल सवा 03 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की फसल से प्रदेश में 58 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन होता है। देश के कुल आम उत्पादन का 25 से 30 प्रतिशत उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। इसके अंतर्गत आम की विभिन्न किस्में हैं, इनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सहारनपुर से मेरठ के बीच रटौल, लखनऊ में दशहरी, बस्ती में आम्रपाली, गोरखपुर में गौरजीत, वाराणसी में लंगड़ा आदि सम्मिलित हैं। ऐसे ही अलग-अलग जनपदों की अलग-अलग किस्में हैं। जब विज्ञान इतना प्रगतिशील नहीं था, तब भी हमारा अन्नदाता किसान नई-नई किस्मों को विकसित करने के लिए तत्पर रहकर कार्य करता था तथा आम की फसल को कीड़ों आदि से बचाता था। आम की फसलों को नए तरीके से लगाने की तैयारी करता था। आज जब सरकार ने विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन व सुविधाएं देना प्रारम्भ किया है, इन परिस्थितियों में इन प्रोत्साहनों व सुविधाओं का लाभ लेते हुए किसानों को स्वयं को तैयार करना होगा। मुख्यमंत्री ने भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष, पद्मभूषण डॉ0 कृष्णा एम0 इल्ला का स्वागत करते हुए कहा कि उन्होंने देश के उत्पाद को दुनिया के बाजारों तक पहुंचाने के लिए बेहतरीन प्रयास प्रारम्भ किए हैं। यह प्रयास बताते हैं कि यदि सरकार, स्टेकहोल्डर और किसान तीनों मिलकर कार्य करना प्रारम्भ करें तो किसानों की आय को प्रधानमंत्री जी की भावनाओं के अनुरूप दोगुने से अधिक करने में सफलता प्राप्त होगी।
इस आम महोत्सव में अगले तीन दिनों तक किसानों और बागवानों के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें सहकारी विपणन संघ द्वारा किसानों को सहयोग, बायर्स-सेलर्स मीट के माध्यम से आमों के विपणन व निर्यात की सम्भावना, प्रदेश सरकार द्वारा आम के विपणन हेतु दी जा रही सुविधाओं, निर्यात प्रोत्साहन के मानकों, आम की सुरक्षित तुड़ाई व पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट तकनीक, प्रगतिशील आम उत्पादकों द्वारा गुणवत्ता युक्त आम उत्पादन के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की जाएगी। आम उत्पादकों और निर्यातकों के मध्य चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। कल के कार्यक्रम में आम की शस्य क्रियाएं एवं पोषण, आम के प्रमुख कीट एवं व्याधियों के प्रबंधन, आम के उत्पाद विविधता और मूल्य संवर्धन से संबंधित चर्चा आदि पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश आम उत्पादन में अग्रणी है। हमें बढ़ती हुई आबादी के अनुरूप क्वांटिटी और क्वालिटी को बनाए रखने के लिए लगातार कार्य करना होगा। दुनिया की मार्केट में उत्तर प्रदेश का आम छा जाए, इसके लिए हमें सदैव प्रयासरत रहना होगा। निर्यात की संभावनाएं बढ़ाने के लिए अनेक देशों तक अपनी पहुंच को बनाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 10 प्रगतिशील आम उत्पादकों एवं 05 निर्यातकों तथा प्रसंस्करणकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसके पूर्व, उन्होंने आम प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उद्यान एवं खाद्य संस्करण विभाग की आम महोत्सव पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया।कार्यक्रम को उद्यान, कृषि विपणन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ0 देवेश चतुर्वेदी तथा भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष, पद्मभूषण डॉ0 कृष्णा एम0 इल्ला ने भी सम्बोधित किया।इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य संस्करण श्री बी0एल0 मीणा, निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण डॉ0 विजय बहादुर द्विवेदी, लखनऊ के जिलाधिकारी श्री सूर्यपाल गंगवार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, किसान तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। (प्रणाम पर्यटन प्रतिनिधि)