मानस राष्ट्रीय उद्यान (Manas National Park) असम राज्य में स्थित एक अद्वितीय और समृद्ध जैव विविधता वाला क्षेत्र है। यह उद्यान यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) होने के साथ-साथ एक बायोस्फीयर रिजर्व और टाइगर रिजर्व भी है। यहाँ दुर्लभ वन्यजीवों की अनेक प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें जंगली हाथी, असमिया छतवाल हिरण, स्वर्ण लंगूर और एक सींग वाला गैंडा प्रमुख हैं।
मानस राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास
मानस राष्ट्रीय उद्यान को 1928 में एक अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था। इसके बाद, 1985 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया गया। यह उद्यान भारत और भूटान की सीमा से सटा हुआ है और भूटान के रॉयल मानस नेशनल पार्क से जुड़ा हुआ है, जिससे इसे एक व्यापक संरक्षित क्षेत्र का दर्जा प्राप्त है।
विशेषताएँ और वन्यजीवन
मानस राष्ट्रीय उद्यान अपने घने जंगलों, हरे-भरे घास के मैदानों और बहती नदियों के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र विशेष रूप से हाथियों की बड़ी आबादी के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, यहाँ आपको बाघ, तेंदुआ, बारहसिंगा, साही और कई अन्य दुर्लभ प्रजातियाँ भी देखने को मिल सकती हैं।
यहाँ पाए जाने वाले प्रमुख वन्यजीव:
- हाथी: मानस में बड़ी संख्या में जंगली हाथी पाए जाते हैं।
- बाघ: यह एक प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व भी है।
- गैंडा: एक सींग वाला भारतीय गैंडा यहाँ विशेष रूप से देखा जाता है।
- स्वर्ण लंगूर: यह दुर्लभ प्रजाति केवल इस क्षेत्र में ही पाई जाती है।
- हिरण और अन्य शाकाहारी जीव: बारहसिंगा, जंगली सूअर और गौर यहाँ आम हैं।
मानस राष्ट्रीय उद्यान में करने योग्य गतिविधियाँ
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो मानस राष्ट्रीय उद्यान में कई रोमांचक गतिविधियाँ कर सकते हैं:
- जीप सफारी: जंगल के अंदर गहरी यात्रा करने और दुर्लभ वन्यजीवों को करीब से देखने का सबसे अच्छा तरीका।
- रिवर राफ्टिंग: मानस नदी में राफ्टिंग का अनुभव बेहद रोमांचक होता है।
- बर्ड वॉचिंग: यहाँ कई दुर्लभ पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जो पक्षी प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान बनाती हैं।
- गाइडेड ट्रेकिंग: प्रशिक्षित गाइड के साथ जंगल में घूमने का एक शानदार अवसर।
- फोटोग्राफी: वन्यजीव और प्राकृतिक दृश्यों की अद्भुत तस्वीरें खींचने का सुनहरा अवसर।
मानस राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सही समय
मानस राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल के बीच होता है। मानसून के दौरान (जून से सितंबर) पार्क बंद रहता है क्योंकि इस दौरान यहाँ भारी बारिश होती है, जिससे सफारी और अन्य गतिविधियाँ प्रभावित होती हैं।
कैसे पहुँचे मानस राष्ट्रीय उद्यान?
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा गुवाहाटी एयरपोर्ट (Guwahati Airport) है, जो उद्यान से लगभग 140 किमी दूर है।
- रेल मार्ग: नजदीकी रेलवे स्टेशन बारपेटा रोड रेलवे स्टेशन है, जो पार्क से 22 किमी दूर है।
- सड़क मार्ग: गुवाहाटी से मानस राष्ट्रीय उद्यान तक टैक्सी या बस के माध्यम से पहुँचा जा सकता है।
निष्कर्ष
मानस राष्ट्रीय उद्यान भारत के सबसे महत्वपूर्ण जैव विविधता स्थलों में से एक है। अगर आप प्रकृति, वन्यजीवन और रोमांच के प्रेमी हैं, तो मानस राष्ट्रीय उद्यान आपके लिए एक आदर्श गंतव्य साबित हो सकता है। यहाँ की हरियाली, विविध जीव-जंतु और शांत वातावरण आपको एक अनूठा अनुभव प्रदान करेंगे। तो अगली बार जब आप जंगल सफारी की योजना बनाएं, तो मानस को अपनी सूची में जरूर शामिल करें!
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