बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान कर्नाटक राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित है और यह भारत के प्रमुख टाइगर रिजर्व में से एक है। यह उद्यान नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का हिस्सा है और अपनी समृद्ध वन्यजीव विविधता और हरे-भरे जंगलों के लिए प्रसिद्ध है।
इतिहास और स्थापना
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1974 में ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ योजना के तहत की गई थी। पहले यह क्षेत्र मैसूर के महाराजाओं के शिकारगाह के रूप में जाना जाता था, लेकिन वन्यजीव संरक्षण के महत्व को देखते हुए इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया।
भूगोल और जलवायु
उद्यान 874 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और इसकी सीमाएँ तमिलनाडु के मुदुमलई वन्यजीव अभयारण्य, केरल के वायनाड वन्यजीव अभयारण्य और कर्नाटक के नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान से जुड़ी हुई हैं। यहां सालभर सुहावना मौसम रहता है, लेकिन सफारी का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई के बीच होता है।
वन्यजीव और जैव विविधता
बांदीपुर अपने बाघों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसके अलावा भी यहाँ कई अन्य वन्यजीव प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जैसे—
- स्तनधारी जीव – बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, तेंदुआ, गौर, सांभर हिरण, चीतल, भालू, धारीदार लकड़बग्घा, जंगली कुत्ते आदि।
- पक्षी – उद्यान में 200 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें मोर, गिद्ध, उल्लू, तोता, और हॉर्नबिल प्रमुख हैं।
- सरीसृप और उभयचर – अजगर, किंग कोबरा, मगरमच्छ, और कई अन्य सांपों की प्रजातियाँ यहाँ देखी जा सकती हैं।
मुख्य आकर्षण
- जंगल सफारी – जीप और बस सफारी के माध्यम से उद्यान की सैर की जा सकती है।
- एलीफेंट रिजर्व – यहां बड़ी संख्या में जंगली हाथी देखने को मिलते हैं।
- गोपलस्वामी बेट्टा – यह उद्यान का सबसे ऊँचा स्थान है, जहां से चारों ओर के जंगलों का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
- कैम्पिंग और फोटोग्राफी – वन्यजीव प्रेमियों के लिए यह स्थान किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
कैसे पहुंचे?
- निकटतम हवाई अड्डा – मैसूर (80 किमी) और बेंगलुरु (220 किमी)
- निकटतम रेलवे स्टेशन – मैसूर रेलवे स्टेशन
- सड़क मार्ग – मैसूर और ऊटी से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
सर्वश्रेष्ठ समय
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान अक्टूबर से मई के बीच घूमने के लिए सबसे अच्छा रहता है, जब मौसम सुहावना होता है और वन्यजीवों को आसानी से देखा जा सकता है।
निष्कर्ष
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन गंतव्य है। यह न केवल वन्यजीव संरक्षण का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है, बल्कि यहाँ की जैव विविधता और प्राकृतिक सुंदरता भी किसी को मंत्रमुग्ध कर सकती है।
क्या आप बांदीपुर की यात्रा की योजना बना रहे हैं? यह सफारी और वन्यजीव देखने का एक यादगार अनुभव होगा! 🚙🌿🐘
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