भगवान बुद्ध से जुड़े तीर्थ स्थलों का विकास केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की प्राथमिकता बन गया है। इन स्थलों को विश्व स्तरीय पर्यटन हब बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में केंद्र सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह 17 और 18 फरवरी को सारनाथ और कुशीनगर का दौरा करेंगे।
बौद्ध तीर्थ स्थलों का दौरा
केंद्रीय मंत्री 17 फरवरी को वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां उनका स्वागत उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह करेंगे। इसके बाद दोनों मंत्री सारनाथ के लिए रवाना होंगे, जहां वे चौखंडी स्तूप और संग्रहालय का अवलोकन करेंगे। सारनाथ वह पावन स्थल है जहां भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था, जिसे ‘धर्मचक्र प्रवर्तन’ कहा जाता है।
18 फरवरी को दोनों मंत्री कुशीनगर पहुंचेंगे, जो भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। वे यहां रामभार स्तूप, बुद्धिस्ट म्यूजियम और वाट थाई टेंपल का भ्रमण करेंगे। इसके बाद गोरखपुर के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां से केंद्रीय मंत्री दिल्ली रवाना होंगे।
बौद्ध पर्यटन स्थलों के विकास पर सरकार का फोकस
भारत सरकार ने केंद्रीय बजट 2025 में देश के 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों को विश्व स्तरीय बनाने का संकल्प लिया है, जिसमें बौद्ध सर्किट को विशेष प्राथमिकता दी गई है। उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े कई ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं, जैसे:
✅ सारनाथ – भगवान बुद्ध का प्रथम उपदेश स्थल
✅ कुशीनगर – भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण स्थल
✅ श्रावस्ती – बुद्ध के चमत्कारी कार्यों का केंद्र
✅ कपिलवस्तु – बुद्ध के बाल्यकाल की राजधानी
✅ संकिसा – जहां भगवान बुद्ध स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुए
पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग इन स्थलों को आधुनिक सुविधाओं और विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ने में जुटा है। इससे न सिर्फ बौद्ध धर्मावलंबियों को बेहतर अनुभव मिलेगा, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
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