Assam | Will the remote state be India’s next big travel destination?

असम, जो कभी भारत का एक दूरस्थ और कम चर्चा में रहने वाला राज्य माना जाता था, अब वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है। अपने समृद्ध जैव विविधता, ऐतिहासिक धरोहरों और सांस्कृतिक विरासत के कारण, असम अब देश का अगला प्रमुख पर्यटन केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है। हाल ही में इसे न्यूयॉर्क टाइम्स की "52 प्लेसेज़ टू गो इन 2025" सूची में चौथा स्थान मिला, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ गई है।

असम: अतीत से वर्तमान तक का सफर

1990 के दशक में गुवाहाटी और असम की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत कम होती थी। यह इलाका मुख्य रूप से चाय के बागानों, घने जंगलों और एक-सींग वाले गैंडों के लिए जाना जाता था। लेकिन 2025 में तस्वीर पूरी तरह बदल गई है।

👉 चाराideo मोइडाम्स (Charaideo Moidams) – अहोम वंश की 700 साल पुरानी समाधि प्रणाली, जिसे 'भारत का पिरामिड' कहा जाता है, यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हुई है।
👉 सिखना झ्वलाओ (Sikhna Jwhwlao) – इसे हाल ही में असम का आठवां राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया है, जो मानस और रायमोना राष्ट्रीय उद्यानों के बीच एक महत्वपूर्ण गलियारा है।
👉 असम की जैव विविधता – असम की अतुलनीय जैव विविधता, चाय बागान और नदी द्वीपों के कारण इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल रही है।

असम को क्यों बनना चाहिए आपका अगला यात्रा गंतव्य?

1. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान – गैंडों का घर

असम का सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव पर्यटन स्थल, काजीरंगा एक-सींग वाले गैंडों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहां हाथी, बाघ, जंगली भैंसे और हिरण भी देखने को मिलते हैं।

2. माजुली – दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप

ब्रह्मपुत्र नदी के बीच बसा माजुली द्वीप, दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है और इसकी प्राकृतिक सुंदरता किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकती है।

3. चाय बागानों की अनोखी दुनिया

असम की चाय पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। जोरहाट और डिब्रूगढ़ के चाय बागानों में घूमना और ताज़ा चाय का स्वाद लेना किसी भी यात्री के लिए अविस्मरणीय अनुभव होगा।

4. काजीरंगा और मानस राष्ट्रीय उद्यान

असम का मानस राष्ट्रीय उद्यान भी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यह हाथियों, बाघों और दुर्लभ पक्षियों का घर है।

5. भूपेन हजारिका सेतु – भारत का सबसे लंबा पुल

धोला-सादिया पुल (भूपेन हजारिका सेतु) भारत का सबसे लंबा पुल है, जो असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ता है। यह पुल लोगों और व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है और अपनी सुंदरता के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है।

असम को पर्यटन हब बनाने के लिए सरकार की नई पहल

🔹 चाराideo मोइडाम्स को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में जोड़ना
🔹 सिखना झ्वलाओ को नया राष्ट्रीय उद्यान घोषित करना
🔹 पर्यटन अवसंरचना में सुधार – नए होटलों, रिसॉर्ट्स और परिवहन सुविधाओं का विकास
🔹 अंतरराष्ट्रीय प्रचार अभियान – असम को 'इंक्रेडिबल इंडिया' योजना के तहत प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रस्तुत करना

क्या असम भारत का अगला बड़ा पर्यटन केंद्र बन सकता है?

असम अब सिर्फ एक दूरस्थ राज्य नहीं रहा, बल्कि यह भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में अपनी जगह बना रहा है। यदि आपने अब तक असम की यात्रा नहीं की है, तो 2025 आपके लिए सही समय हो सकता है