हर साल 3 मार्च को विश्व वन्य दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) द्वारा 2013 में की गई थी। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य वन्य जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस वर्ष भी विश्व भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिनका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और विलुप्तप्राय जीवों के बारे में जागरूकता फैलाना है।
वन्यजीव संरक्षण के लिए विश्वभर में उठाए गए कदम
1. गिर वन राष्ट्रीय उद्यान, भारत
भारत सरकार ने एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए गुजरात में गिर वन राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना की है। यह राष्ट्रीय उद्यान 600 से अधिक एशियाई शेरों का घर है और इन्हें विलुप्त होने से बचाने के लिए यहाँ विशेष संरक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
2. पिन्नावाला हाथी अनाथालय, श्रीलंका
श्रीलंका सरकार ने 1975 में पिन्नावाला हाथी अनाथालय और उदावलावे हाथी अनुसंधान परियोजना की शुरुआत की थी। यहाँ जंगली हाथियों के अनाथ बच्चों को आश्रय दिया जाता है। पर्यटक यहाँ हाथियों को खुले में घूमते, नहाते और नदी में खेलते हुए देख सकते हैं। यह स्थान वन्यजीव प्रेमियों के लिए बेहद आकर्षक है।
3. टाइगर टेम्पल, थाईलैंड
थाईलैंड के कंचनाबुरी जिले में स्थित "टाइगर टेम्पल" बौद्ध भिक्षुओं द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण संरक्षण स्थल है। यहाँ लगभग 300 बाघों को संरक्षण दिया गया है। ये बाघ बौद्ध भिक्षुओं की देखरेख में रहते हैं, और यहाँ आने वाले पर्यटक बाघों के साथ फोटोग्राफी भी कर सकते हैं।
मुझे 5 फरवरी 2011 को थाईलैंड की यात्रा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कंचनाबुरी होते हुए जब मैं टाइगर टेम्पल पहुँचा, तो वहाँ का नज़ारा अविश्वसनीय था। वहाँ बौद्ध भिक्षु बाघों को प्रशिक्षित करते हैं और उनका पालन-पोषण करते हैं। यहाँ बाघों को खुले में विचरण करते देखना बेहद रोमांचक अनुभव था।
सबसे अनोखी बात यह थी कि बौद्ध भिक्षुओं की देखरेख में पर्यटक बाघों को छू सकते हैं और उनके साथ फोटोग्राफी कर सकते हैं। जब मैंने एक बड़े और ताकतवर बाघ के साथ फोटो खिंचवाया, तो वह मेरे जीवन के सबसे यादगार लम्हों में से एक था।
वन्यजीव संरक्षण में हमारी भूमिका
वन्यजीवों की सुरक्षा केवल सरकारों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हम सभी का कर्तव्य है। वन्य जीवों के संरक्षण के लिए हम निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं:
पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को अपनाएँ और वन्यजीव स्थलों पर जिम्मेदारी से व्यवहार करें।
प्लास्टिक और अन्य हानिकारक सामग्रियों का उपयोग कम करें जो वन्यजीवों को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
वन्यजीव व्यापार और अवैध शिकार के खिलाफ आवाज़ उठाएँ।
स्थानीय संरक्षण परियोजनाओं में योगदान दें और जागरूकता अभियान में भाग लें।
निष्कर्ष
विश्व वन्य दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण और जीव-जंतुओं को संरक्षित करने की निरंतर प्रक्रिया की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि हम सभी वन्यजीवों और प्रकृति की सुरक्षा के प्रति जागरूक बनें, तो हम आने वाली पीढ़ियों के लिए इस धरती को एक बेहतर स्थान बना सकते हैं।
तो आइए, इस विश्व वन्य दिवस पर संकल्प लें कि हम प्रकृति और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए अपनी भूमिका निभाएँगे।
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