Getty imaes/Flickr RF
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हिमाचल प्रदेश, जिसे अपनी बर्फीली वादियों, शांत वातावरण और रोमांचक एडवेंचर स्पॉट्स के लिए जाना जाता है, विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र रहा है। लेकिन हाल ही में आए सरकारी आंकड़ों के अनुसार, हिमाचल में विदेशी पर्यटकों (Foreign Tourist Visits - FTVs) की संख्या में काफी गिरावट देखी गई है।

2023 में हिमाचल ने कुल 1.5 करोड़ घरेलू पर्यटकों का स्वागत किया, लेकिन विदेशी पर्यटकों की संख्या मात्र 62,806 रही, जो भारत में आने वाले कुल विदेशी पर्यटकों का मात्र 0.33% है। यह आंकड़ा 2017, 2018 और 2019 में आए लाखों विदेशी पर्यटकों की तुलना में बेहद कम है।

हिमाचल में विदेशी पर्यटकों की गिरती संख्या

वर्षहिमाचल में विदेशी पर्यटकों की संख्या
20174,70,992
20183,56,568
20193,82,876
2020 (COVID-19 के दौरान)43,000
202229,333
202362,806

2023 में हिमाचल ने 2022 की तुलना में दोगुने विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया, लेकिन यह अब भी 2019 के स्तर से 80% कम है।

क्यों घट रही है हिमाचल में विदेशी पर्यटकों की संख्या?

🔹 कोविड-19 का असर – महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय यात्राएं प्रभावित हुईं, जिससे हिमाचल में विदेशी पर्यटकों की संख्या घट गई।
🔹 प्रचार की कमी – हिमाचल को ‘Swadesh Darshan’ और ‘Bharat Parv’ जैसे पर्यटन प्रचार अभियानों से अपेक्षित लाभ नहीं मिला।
🔹 सरकारी योजनाओं में अनदेखी – कई राज्यों को पर्यटन योजनाओं के तहत ₹2,000 करोड़ तक का फंड मिला, लेकिन हिमाचल को मात्र ₹64.54 करोड़ ही मिले।
🔹 अन्य राज्यों से प्रतिस्पर्धा – गोवा, उत्तराखंड, सिक्किम और महाराष्ट्र जैसे राज्य बेहतर प्रचार और सुविधाओं के चलते विदेशी पर्यटकों को अधिक आकर्षित कर रहे हैं।

किन राज्यों में हिमाचल से अधिक विदेशी पर्यटक आए?

राज्य2023 में विदेशी पर्यटकों की संख्या
महाराष्ट्र33,87,739
गुजरात28,06,871
गोवा4,52,692
उत्तराखंड1,43,027
सिक्किम90,000+
हिमाचल प्रदेश62,806

स्पष्ट रूप से, हिमाचल अब विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने में अन्य राज्यों से पीछे रह गया है।

हिमाचल में पर्यटन पुनरुद्धार के लिए आवश्यक कदम

अंतरराष्ट्रीय प्रचार अभियानों को बढ़ावा – हिमाचल को Dekho Apna Desh और Incredible India जैसे अभियानों में अधिक भागीदारी करनी होगी।
बुनियादी ढांचे में सुधार – एयर कनेक्टिविटी, हाईवे और होटल सुविधाओं को अपग्रेड करना होगा।
साहसिक और इको-टूरिज्म पर ध्यान – पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, कैंपिंग और जंगल सफारी जैसी सुविधाओं का प्रचार बढ़ाना जरूरी।
स्वदेश दर्शन और अन्य सरकारी योजनाओं से अधिक फंडिंग प्राप्त करना – पर्यटन मंत्रालय से अधिक बजट सुनिश्चित करना होगा।
स्थानीय संस्कृति और हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा – विदेशी पर्यटक अक्सर हिमाचल की लोकसंस्कृति, हस्तशिल्प और पारंपरिक अनुभवों को पसंद करते हैं।

क्या हिमाचल अपने पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित कर सकता है?

हालांकि घरेलू पर्यटन में तेजी आई है, लेकिन हिमाचल को विदेशी पर्यटकों को पुनः आकर्षित करने के लिए एक ठोस रणनीति बनानी होगी। यदि सरकार और पर्यटन विभाग मिलकर सही कदम उठाते हैं, तो हिमाचल जल्द ही अपनी खोई हुई पर्यटन लोकप्रियता फिर से हासिल कर सकता है।

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