उत्तर प्रदेश अपने ऐतिहासिक धरोहरों, भव्य किलों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। अब सरकार इन धरोहरों को एक नया जीवन देने जा रही है। झांसी का बरुआसागर किला हेरिटेज होटल के रूप में विकसित किया जाएगा, वहीं कानपुर देहात के प्रसिद्ध शुक्ला तालाब के समीप बारादरी को वेडिंग डेस्टिनेशन और हेरिटेज होटल के रूप में संवारने की योजना बनाई गई है।
प्रदेश सरकार राजस्थान और मध्यप्रदेश की तर्ज पर अपने ऐतिहासिक किलों और हवेलियों को विकसित कर पर्यटकों और शादी समारोहों के लिए खास स्थल बना रही है। इससे न केवल स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि विरासत पर्यटन और स्थानीय रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
बरुआसागर किला – ऐतिहासिक गौरव और आधुनिक सुविधाओं का संगम
बरुआसागर का गौरवशाली इतिहास
झांसी से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित बरुआसागर किला बुंदेलखंड के समृद्ध इतिहास का गवाह है। यह किला 17वीं शताब्दी में बुंदेला राजाओं द्वारा बनवाया गया था और यह क्षेत्र की भव्यता और रणनीतिक शक्ति का प्रतीक है।
हेरिटेज होटल के रूप में बरुआसागर किले का कायाकल्प
प्रदेश सरकार ने नीमराना होटल्स प्राइवेट लिमिटेड राजस्थान के साथ मिलकर इस किले को हेरिटेज होटल में बदलने की योजना बनाई है। यह होटल पर्यटकों को ऐतिहासिक भव्यता का अनुभव कराएगा, साथ ही यहाँ स्थानीय संस्कृति और कारीगरी को भी बढ़ावा मिलेगा।
👉 इस हेरिटेज होटल में क्या खास होगा?
✅ किले की मूल वास्तुकला को संरक्षित रखते हुए इसे एक भव्य होटल में बदला जाएगा।
✅ स्थानीय आर्ट एंड क्राफ्ट, पारंपरिक बुंदेली व्यंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा।
✅ पर्यटकों के लिए गाइडेड टूर, नाइट स्टे, और किले की इतिहास यात्रा जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
✅ स्थानीय कारीगरों और कुक्स को रोजगार दिया जाएगा, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
शुक्ला तालाब बारादरी – ऐतिहासिक स्थल से वेडिंग डेस्टिनेशन तक का सफर
शुक्ला तालाब और बारादरी का ऐतिहासिक महत्व
कानपुर देहात स्थित शुक्ला तालाब और उसके पास स्थित बारादरी ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। इस स्थान का उपयोग पहले स्थानीय शासकों और समाज के प्रमुख लोगों द्वारा सभाओं और समारोहों के लिए किया जाता था।
वेडिंग डेस्टिनेशन और हेरिटेज होटल के रूप में विकास
पर्यटन विभाग ने रेडवुड होल्डिंग एंड रियलिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड बेंगलुरु के साथ मिलकर शुक्ला तालाब के समीप बारादरी को वेडिंग डेस्टिनेशन और हेरिटेज होटल में बदलने की योजना बनाई है।
👉 यह वेडिंग डेस्टिनेशन क्यों होगा खास?
✅ यह पर्यावरण के अनुकूल विवाह स्थल होगा, जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व का संगम होगा।
✅ वेडिंग डेस्टिनेशन में राजसी शादी की भव्यता देखने को मिलेगी, जिससे यह देश-विदेश के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।
✅ यहाँ स्थानीय शिल्प, हस्तकला और कारीगरों के काम को बढ़ावा दिया जाएगा।
✅ गेस्ट हाउस, बैंक्वेट हॉल, गार्डन और थीम बेस्ड शादी की सुविधाएँ दी जाएँगी।
✅ विवाह आयोजन के अलावा, यह स्थल पर्यटन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए भी उपयुक्त रहेगा।
पर्यटन विकास से होंगे यह बड़े फायदे
✅ स्थानीय लोगों को रोजगार: हेरिटेज होटल और वेडिंग डेस्टिनेशन में स्थानीय कारीगरों, कलाकारों, शिल्पकारों और फूड इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को रोजगार मिलेगा।
✅ बुंदेली संस्कृति को मिलेगा नया मंच: यहाँ आने वाले पर्यटक स्थानीय कला, संगीत, व्यंजन और परंपराओं से रूबरू होंगे।
✅ राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती: पर्यटन और डेस्टिनेशन वेडिंग से राज्य की आय में बढ़ोतरी होगी और यह उत्तर प्रदेश को एक ग्लोबल टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने में मदद करेगा।
✅ वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी में योगदान: उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाना है, जिसमें पर्यटन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल राज्य के ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने और उन्हें नए रूप में प्रस्तुत करने का एक अनोखा प्रयास है। बरुआसागर किला और शुक्ला तालाब की बारादरी, दोनों ही विरासत संपत्तियाँ अब न केवल पर्यटन स्थल बनेंगी, बल्कि ऐतिहासिक भव्यता को महसूस करने का मौका भी देंगी।
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