7 Indian Destinations To Avoid In Peak Summer
Gujarat. Photo: iStock

भारत में गर्मियों का मौसम किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होता। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर चला जाता है, और बाहर निकलना ऐसा लगता है जैसे जलते हुए तंदूर में कदम रख दिया हो। ऐसे में कुछ जगहें, जो सर्दियों में घूमने के लिए शानदार होती हैं, गर्मियों में असहनीय हो जाती हैं। अगर आप अपनी यात्रा को सुखद बनाना चाहते हैं, तो इन 7 जगहों को गर्मियों में एक्सप्लोर करने की गलती न करें और ठंडी जगहों का रुख करें।


1. राजस्थान – गर्मियों में रेगिस्तान का कहर

क्यों न जाएं?
राजस्थान की शाही विरासत, किले और महल दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, लेकिन गर्मियों में यह पूरा प्रदेश तंदूर बन जाता है। जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर और उदयपुर में तापमान 45-48°C तक पहुँच जाता है। दोपहर में बाहर निकलना किसी सजा से कम नहीं, और यहाँ की हवाएँ भी गर्म होती हैं।

बेहतर विकल्प:
अगर राजस्थान में ही घूमना चाहते हैं, तो माउंट आबू जाएं, जो इस राज्य का एकमात्र हिल स्टेशन है। अन्यथा, शिमला, मनाली या दार्जिलिंग जैसी जगहों पर जाएं।


2. दिल्ली – तपती गर्मी और लू के थपेड़े

क्यों न जाएं?
भारत की राजधानी दिल्ली गर्मियों में किसी भट्टी से कम नहीं लगती। इंडिया गेट हो या लाल किला, यहाँ हर जगह तपती धूप और धूल भरी लू आपका स्वागत करती है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर घूमना तो दूर, मेट्रो स्टेशन तक ओवन जैसे गर्म हो जाते हैं।

बेहतर विकल्प:
अगर दिल्ली से बाहर जाना चाहते हैं, तो मसूरी, नैनीताल या कसौली की ठंडी वादियों की ओर निकलें।


3. आगरा – ताजमहल देखना या खुद को तपाना?

क्यों न जाएं?
ताजमहल भले ही प्यार की निशानी हो, लेकिन गर्मियों में यह किसी जलते हुए संगमरमर के पहाड़ से कम नहीं लगता। तापमान 45°C से ऊपर चला जाता है और सफेद संगमरमर की सतह से इतनी गर्मी निकलती है कि यहाँ बिना छाया के घूमना नामुमकिन हो जाता है।

बेहतर विकल्प:
ताजमहल देखने का सही समय सर्दियों या बसंत ऋतु में है। अगर आपको अभी घूमना ही है, तो सुबह जल्दी या सूर्यास्त के समय जाएं


4. चेन्नई – उमस और पसीने का शहर

क्यों न जाएं?
चेन्नई वैसे भी सालभर गर्म और उमस भरा शहर रहता है, लेकिन गर्मियों में यहाँ रहना एक भाप वाले कमरे में बंद होने जैसा लगता है। समुद्र के किनारे होने के बावजूद, यहाँ का मौसम चिपचिपा और असहज हो जाता है।

बेहतर विकल्प:
अगर तमिलनाडु में ही घूमना चाहते हैं, तो ऊटी, कोडाईकनाल या यरकौड जाएं, जहाँ का मौसम गर्मियों में भी ठंडा रहता है।


5. वाराणसी – आध्यात्मिकता के साथ भट्टी में पकना?

क्यों न जाएं?
वाराणसी का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व असीमित है, लेकिन गर्मियों में यह एक जलती हुई धूप में तपती हुई कड़ाही बन जाता है। गंगा घाटों पर टहलना मुश्किल हो जाता है, और संकरी गलियों में उमस और गर्मी से सांस लेना भी कठिन लगता है

बेहतर विकल्प:
अगर आप गंगा किनारे शांति का अनुभव लेना चाहते हैं, तो ऋषिकेश जाएं। यहाँ आपको ठंडी हवाओं के साथ एडवेंचर एक्टिविटीज का मज़ा भी मिलेगा।


6. गुजरात – रेगिस्तान की जलती लपटें

क्यों न जाएं?
अहमदाबाद, गांधीनगर और कच्छ की रणभूमि गर्मियों में असहनीय रूप से गर्म हो जाती है। तापमान 48°C तक पहुँच सकता है और सूरज की सीधी किरणें शरीर को झुलसा देती हैं। यहाँ के स्टेपवेल और ऐतिहासिक स्थल देखने लायक हैं, लेकिन गर्मियों में बाहर निकलने की हिम्मत जुटाना मुश्किल हो सकता है।

बेहतर विकल्प:
अगर आप ठंडी जगहों पर जाना चाहते हैं, तो सिक्किम, मेघालय या हिमाचल प्रदेश की यात्रा करें।


7. मध्य प्रदेश – जंगल सफारी या तपती धूप में ग्रिल बनना?

क्यों न जाएं?
मध्य प्रदेश का बांधवगढ़, कान्हा और पेंच राष्ट्रीय उद्यान वाइल्डलाइफ लवर्स के लिए बेहतरीन जगहें हैं, लेकिन गर्मियों में इन जंगलों में घूमना किसी सजा से कम नहीं। खुले जिप्सी सफारी में बैठकर तपती धूप में बेक होना किसी को पसंद नहीं आएगा।

बेहतर विकल्प:
अगर आपको जंगल सफारी पसंद है, तो इन्हीं जगहों पर सर्दियों या मानसून के दौरान जाएं, जब मौसम सुहावना रहता है।

निष्कर्ष: ठंडी जगहों की ओर करें रुख!

अगर आप गर्मियों में ट्रैवल करने की योजना बना रहे हैं, तो इन 7 जगहों को अपनी लिस्ट से हटा दें और इसके बजाय ठंडी वादियों की ओर निकलें। शिमला, मसूरी, दार्जिलिंग, ऊटी, कोडाईकनाल, नैनीताल, और मनाली जैसी जगहें आपको गर्मी से राहत देने के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकती हैं।