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image: samacharadda.com |
यमुना किनारे वाटर लेजर शो और धार्मिक स्थलों पर फसाड लाइटिंग से सजेगा प्रयागराज
📍 लखनऊ, 09 मार्च 2025
भारत की आध्यात्मिक राजधानी प्रयागराज सिर्फ महाकुंभ के दौरान ही नहीं, बल्कि पूरे साल पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तैयार हो रही है। यमुना तट पर वाटर लेजर शो और प्रमुख धार्मिक स्थलों पर फसाड लाइटिंग जैसे नवाचारों को अगले पांच वर्षों तक जारी रखने की योजना बनाई गई है। इससे शहर में आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक हर दिन इस अनूठे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव का आनंद ले सकेंगे।
महाकुंभ के बाद भी प्रयागराज बना रहेगा आकर्षण का केंद्र
उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य प्रयागराज को सिर्फ महाकुंभ का केंद्र ही नहीं, बल्कि सालभर एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है। राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश घरेलू पर्यटन में पहले से ही सबसे आगे है और अब विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए भी निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रयागराज के धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को विकसित किया जा रहा है ताकि यहां वर्षभर सैलानी आ सकें और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव कर सकें।
यमुना तट पर वाटर लेजर शो का जादू
महाकुंभ 2025 के दौरान यमुना नदी के तट पर बोट क्लब के पास स्थित काली घाट पर वाटर लेजर शो की शुरुआत हुई थी। इस शो के दौरान पानी की स्क्रीन पर प्रयागराज, महाकुंभ और धार्मिक गाथाओं को अद्भुत छवियों के माध्यम से जीवंत किया गया। श्रद्धालु और पर्यटक इस शो के जरिए आध्यात्मिक और ऐतिहासिक प्रसंगों का अनुभव कर सके।
📍 वाटर लेजर शो की मुख्य विशेषताएं:
✔️ स्थान: काली घाट, बोट क्लब, यमुना तट
✔️ समय: रोजाना शाम 7:00 बजे से 7:45 बजे तक
✔️ अवधि: 45 मिनट
✔️ क्या खास है? लेजर लाइट, ध्वनि और पानी की स्क्रीन पर प्रदर्शित रामायण, महाभारत और प्रयागराज के गौरवशाली इतिहास की झलकियां
पर्यटकों की बढ़ती रुचि को देखते हुए अब इसे 5 वर्षों तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है ताकि श्रद्धालु हर दिन इस भव्य शो का आनंद ले सकें।
धार्मिक स्थलों पर फसाड लाइटिंग का आकर्षण
वाटर लेजर शो के अलावा, प्रयागराज के प्रमुख धार्मिक स्थलों को फसाड लाइटिंग से सजाया गया है। अलोपी देवी मंदिर, नागवासुकी मंदिर और अन्य ऐतिहासिक मंदिरों पर यह विशेष प्रकाश व्यवस्था की गई है ताकि रात्रि में भी पर्यटक और श्रद्धालु इन स्थलों की भव्यता का अनुभव कर सकें।
📍 फसाड लाइटिंग के मुख्य आकर्षण:
✅ अलोपी देवी मंदिर – दिव्य और भव्य रोशनी में चमकता मंदिर
✅ नागवासुकी मंदिर – विशेष LED रोशनी से जगमगाता पौराणिक स्थल
✅ शहर के अन्य धार्मिक व ऐतिहासिक स्थल
पर्यटन मंत्री ने बताया कि यह रोशनी व्यवस्था 5 वर्षों तक जारी रहेगी और इससे प्रयागराज का आध्यात्मिक सौंदर्य पूरे वर्ष भर बना रहेगा।
पर्यटन सुविधाओं का होगा विस्तार
सरकार का प्रयास है कि प्रयागराज में केवल कुंभ और महाकुंभ के दौरान ही नहीं, बल्कि पूरे साल श्रद्धालु और पर्यटक यहां आकर आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक धरोहर का आनंद ले सकें। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की जा रही हैं, जैसे:
✅ बेहतर सड़कों और पार्किंग सुविधाओं का विकास
✅ प्रमुख मंदिरों के बाहर डिजिटल सूचना बोर्ड और क्यूआर कोड सुविधा
✅ यमुना में वृंदावन से गोकुल तक क्रूज सेवा शुरू करने की योजना
✅ स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाना
प्रयागराज: भारत का आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम प्रयागराज को भारत के शीर्ष आध्यात्मिक पर्यटन स्थलों में शामिल करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। आने वाले वर्षों में यह शहर केवल कुंभ के लिए नहीं, बल्कि अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए भी पूरे विश्व में प्रसिद्ध होगा।
तो अगली बार जब भी आप आध्यात्मिकता की तलाश में हों, प्रयागराज जरूर आएं और इस शाश्वत नगरी की दिव्यता का अनुभव करें।
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