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अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक नई पहल की है। इस पहल के तहत प्रमुख स्थानों पर डिजिटल डिस्प्ले कियोस्क लगाए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं को वास्तविक समय की जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
यह डिजिटल कियोस्क श्रद्धालुओं को अयोध्या के धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक स्थलों और पर्यटन केंद्रों से जुड़ी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराएंगे। इस परियोजना को अयोध्या तीर्थ विकास प्राधिकरण (Ayodhya Pilgrimage Development Authority) द्वारा लागू किया जा रहा है। यदि यह पहल सफल रहती है, तो इसे अन्य स्थानों पर भी विस्तार दिया जाएगा।
डिजिटल कियोस्क से मिलने वाली सुविधाएं
- रियल-टाइम जानकारी – प्रमुख मंदिरों और दर्शनीय स्थलों के खुलने और बंद होने का समय, दूरी और मार्गदर्शन।
- ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जानकारी – अयोध्या के प्रसिद्ध स्थलों की पौराणिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि।
- प्रमुख स्थानों पर उपलब्धता – रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, हवाई अड्डा और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे।
- क्यूआर कोड स्कैनर – मोबाइल से स्कैन कर सीधे जानकारी प्राप्त करने की सुविधा।
- वॉयस कमांड सपोर्ट – उपयोगकर्ताओं के लिए आसान नेविगेशन की सुविधा।
- पावर बैकअप और इंटरनेट कनेक्टिविटी – निर्बाध सेवा के लिए पावर बैकअप और इंटरनेट से लैस।
अयोध्या में किन स्थानों पर लगेंगे कियोस्क?
प्रारंभिक चरण में, चार प्रमुख स्थानों पर यह कियोस्क लगाए जाएंगे:
1️⃣ अयोध्या रेलवे स्टेशन – बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन मिलेगा।
2️⃣ अयोध्या धाम बस स्टैंड – बस से आने वाले यात्रियों को जानकारी दी जाएगी।
3️⃣ अयोध्या हवाई अड्डा – हवाई मार्ग से यात्रा करने वालों के लिए सुविधाजनक रहेगा।
4️⃣ राम जन्मभूमि परिसर के निकट – मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को डिजिटल सहायता मिलेगी।
इस पहल से अयोध्या में पर्यटन को कैसे मिलेगा बढ़ावा?
✅ श्रद्धालुओं की यात्रा होगी आसान – बिना भटके सीधे प्रमुख धार्मिक स्थलों तक पहुंच सकेंगे।
✅ पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा – अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने में सहायक।
✅ स्थानीय व्यापार को लाभ – होटल, रेस्टोरेंट और अन्य सेवाओं से जुड़ी जानकारी मिलने से स्थानीय व्यापार को फायदा।
✅ तकनीकी विकास को मिलेगा बढ़ावा – डिजिटल इंडिया पहल के तहत नई तकनीक का समावेश।
अधिकारियों की क्या है राय?
अयोध्या तीर्थ विकास प्राधिकरण के सीईओ संतोष शर्मा ने कहा:
"हम अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाजनक और जानकारीपूर्ण अनुभव देना चाहते हैं। यह कियोस्क यात्रियों को आवश्यक जानकारी तक त्वरित पहुंच प्रदान करेंगे और उनकी यात्रा को सुगम बनाएंगे। यह पहल अयोध्या में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा देने में मदद करेगी।"
क्या होगी इस परियोजना की लागत?
🔸 प्रति कियोस्क की अनुमानित लागत ₹2.5 लाख होगी।
🔸 पहले चरण में चार स्थानों पर स्थापना की जाएगी।
🔸 यदि यह योजना सफल रहती है, तो अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर भी कियोस्क लगाए जाएंगे।
अयोध्या: धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र
अयोध्या भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। यहां राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, दशरथ महल, और अन्य धार्मिक स्थल स्थित हैं। सरकार की यह पहल श्रद्धालुओं और पर्यटकों को डिजिटल सुविधाओं से जोड़कर उनकी यात्रा को और अधिक सुगम बनाएगी।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह डिजिटल कियोस्क पहल अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आधुनिक तकनीक से सुसज्जित होंगे, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक आसानी से सही जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। आने वाले समय में यह पहल धार्मिक पर्यटन में क्रांति ला सकती है और भारत के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों के लिए एक मिसाल बन सकती है।
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