Kalpa. Photo: Unsplash |
जब भी हम ट्रैवल की बात करते हैं, तो ज़्यादातर लोगों के दिमाग में बड़े शहर, मशहूर टूरिस्ट स्पॉट या फेमस माउंटेन डेस्टिनेशन ही आते हैं। लेकिन सच्ची शांति और असली खूबसूरती तो अक्सर भीड़-भाड़ से दूर, छोटे गांवों में ही छुपी होती है।
भारत में ऐसे कई गांव हैं जो दिखने में किसी फिल्म के सीन जैसे लगते हैं — जहां हरियाली है, पहाड़ हैं, नदी है, परंपराएं हैं और सबसे अहम, वहाँ के लोग इतने सीधे-सादे और दिल से स्वागत करने वाले होते हैं कि वहाँ एक बार जाने के बाद आप बार-बार जाना चाहेंगे।
तो चलिए आज आपको कराते हैं भारत के 7 सबसे सुंदर और अलग हटकर गांवों की वर्चुअल सैर, जो किसी पोस्टकार्ड से कम नहीं लगते।
Mawlynnong. Photo: Unsplash |
1. मावलिननोंग (Mawlynnong), मेघालय – एशिया का सबसे साफ गांव
क्या खास है: साफ-सफाई, रूट ब्रिज, हरियाली और ईको-फ्रेंडली लाइफस्टाइल
मेघालय के इस छोटे से गांव को “एशिया का सबसे साफ गांव” कहा जाता है — और ये टैग इसने मेहनत से कमाया है। हर घर के बाहर बांस की बनी डस्टबिन रखी है, लोग खुद अपने गांव की सफाई करते हैं और पूरा माहौल एक बगीचे जैसा लगता है।
यहां घूमते वक्त लगेगा जैसे आप किसी हरे-भरे स्वर्ग में आ गए हों। पास ही में लिविंग रूट ब्रिज (जैविक पुल) देखने को मिलते हैं, जो पेड़ों की जड़ों से बने होते हैं — एकदम अनोखे और खूबसूरत!
Nako. Photo: Unsplash |
2. नाको (Nako), हिमाचल प्रदेश – हिमालय की गोद में बसा शांत गांव
क्या खास है: पहाड़ों के बीच बसा, पारंपरिक पत्थर के घर, नाको झील
अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें भीड़ से दूर रहना पसंद है और सिर्फ पहाड़ों की शांति चाहिए, तो नाको आपके लिए परफेक्ट है। ये गांव समुद्र तल से 3600 मीटर की ऊंचाई पर है, जहां पत्थरों से बने घर, झील और बर्फ से ढके पहाड़ मिलकर एक जादुई नज़ारा पेश करते हैं।
यहां मोबाइल सिग्नल नहीं के बराबर मिलते हैं, यानी एकदम ‘डिजिटल डिटॉक्स’ वाला अनुभव। और कभी-कभी, यही तो चाहिए होता है!
3. पूवार (Poovar), केरल – बैकवाटर में तैरते घरों वाला गांव
क्या खास है: फ्लोटिंग रिसॉर्ट्स, नारियल के पेड़, बैकवाटर का अनुभव
केरल के सबसे सुदूर दक्षिणी छोर पर बसा पूवार एक ऐसा गांव है जहाँ आप सचमुच पानी पर तैरते हुए रह सकते हैं। यहां कई फ्लोटिंग होमस्टे और रिसॉर्ट्स हैं, जहां बैठकर आप सूरज डूबते हुए देख सकते हैं और पक्षियों की आवाज़ सुन सकते हैं।
नारियल के पेड़ों से घिरे बैकवाटर में बोट राइड एकदम फिल्मी एहसास देती है — और सबसे अच्छी बात? भीड़ नहीं होती।
4. ज़ीरो (Ziro), अरुणाचल प्रदेश – धुंध में लिपटा सुस्त जीवन
क्या खास है: धान के खेत, अपातानी जनजाति की संस्कृति, ज़ीरो म्यूज़िक फेस्टिवल
अरुणाचल की ज़ीरो वैली में स्थित यह गांव देखने में जितना शांत है, अंदर से उतना ही कलरफुल और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है। अपातानी जनजाति की पारंपरिक जीवनशैली, हाथ से बुने कपड़े और लोकल फूड यहां की जान हैं।
सितंबर में यहां ज़ीरो फेस्टिवल ऑफ म्यूज़िक होता है, जिसमें देश-विदेश से म्यूज़िक लवर्स आते हैं। लेकिन म्यूज़िक के अलावा भी ज़ीरो का हर मौसम, हर सुबह अपनी अलग ही कहानी कहता है।
5. कल्पा (Kalpa), हिमाचल प्रदेश – जहां किन्नर कैलाश आपका पड़ोसी बन जाता है
क्या खास है: एप्पल ऑर्चर्ड, हिमालयन व्यू, पौराणिक कथाएँ
कल्पा एक ऐसा गांव है जहाँ हर बालकनी से आपको किन्नर कैलाश की बर्फीली चोटियाँ दिखाई देती हैं। किन्नौर जिले में बसा यह गांव अपने सेब के बागानों और पहाड़ी संस्कृति के लिए जाना जाता है।
यहां सुबह की चाय, एक गरम कम्बल और सामने किन्नर कैलाश — इससे ज़्यादा सुकून भरा क्या हो सकता है?
6. माजुली (Majuli), असम – दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप
क्या खास है: सांस्कृतिक विरासत, सतरा संस्कृति, नदी के बीच बसा
ब्रह्मपुत्र नदी के बीचों-बीच बसा माजुली गांव दुनिया का सबसे बड़ा रिवर आइलैंड है। यह जगह कला, संस्कृति और अध्यात्म का अनोखा संगम है। यहां के 'सतरा' (मठ) हिंदू वैष्णव परंपरा को दर्शाते हैं।
मास्क मेकिंग, लोकनृत्य, मिट्टी के घर — सब कुछ इतना अलग और सुंदर है कि आप यहां से बहुत कुछ सीख कर लौटते हैं।
7. अल्मोड़ा (Almora), उत्तराखंड – पहाड़ों में बसी सादगी की मिसाल
क्या खास है: पारंपरिक बाज़ार, लकड़ी के घर, कुमाऊंनी संस्कृति
अल्मोड़ा भले ही थोड़ा फेमस हो, लेकिन इसके दिल में अब भी एक गांव जैसी सादगी बसी हुई है। यहाँ की गलियां, लकड़ी के नक्काशीदार घर, और हर मोड़ पर दिखते बर्फीले पहाड़ एक अनकहा सा सुकून देते हैं।
यहां के लोकल बाज़ार में चहल-पहल ज़रूर होती है, लेकिन वह भी बड़ी प्यारी लगती है — खासकर जब आप बाला मिठाई का स्वाद ले रहे हों।
निष्कर्ष:
ये सात गांव सिर्फ घूमने की जगहें नहीं हैं — ये वो अनुभव हैं जो शहरों की भाग-दौड़ में खो जाते हैं। अगर आप अगली बार ट्रैवल की सोच रहे हैं और वाकई कुछ "डिफरेंट" ट्राय करना चाहते हैं, तो इन गांवों में से किसी एक को चुनिए।
क्योंकि असली खूबसूरती अक्सर पोस्टकार्ड जैसी नहीं, बल्कि उससे भी बेहतर होती है — बस उसे देखने की नज़र चाहिए।
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