विश्व के सात अजूबों में शुमार ताज में प्रवेश के लिए अभी भारतीय पर्यटकों को 20 रुपये और विदेशी पर्यटकों को 750 रुपये का टिकट खरीदना पड़ता है। परंतु अब एएसआइ का कहना है कि विदेशियों से ली जाने वाली धनराशि बहुत कम है। अधीक्षण पुरातत्वविद् एएसआइ आगरा सर्किल आइडी द्विवेदी ने मुख्यालय को भेजे पत्र में कहा है कि ताज की सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ को किया जाने वाला भारी-भरकम भुगतान, प्रवेश शुल्क से होने वाली आय से बहुत ज्यादा है। लिहाजा, ताज में प्रवेश की टिकट दर दोगुनी कर देनी चाहिए। उधर, आगरा विकास प्राधिकरण भी विदेशियों से वसूले जाने वाली पथकर की दर को दोगुना करने जा रहा है। वह इसके लिए एडीए बोर्ड में लगभग नौ माह पहले प्रस्ताव शासन को भेज चुका है। अगर दोनों प्रस्तावों को मंजूरी मिली तो विदेशी पर्यटकों को ताज के दीदार के लिए 1500 रुपये चुकाने होंगे। इसके अलाव ई-टिकटिंग के लिए भी एडीजी प्रशासन, एएसआइ दिल्ली को पत्र भेजा है।
आइडी द्विवेदी का कहना है कि 'प्रवेश शुल्क की आय के मुकाबले खर्च ज्यादा है। अभी केवल दर बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है, मंजूरी मिलने पर ही इसमें आगे कार्रवाई की जाएगी।'
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