15 सितम्बर से कानपुर से दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरू और हैदराबाद की सीधी उड़ान
प्रणाम पर्यटन ब्यूरो
लखनऊ, | विमानन सेवाओं में लगातार मील का पत्थर साबित कर रहे उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग के विभिन्न एयरपोर्ट से विभिन्न शहरों के लिए सीधी उड़ान शुरू होने जा रही है, जिसकी घोषणा मंगलवार 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी‘ ने विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में नागरिक उड्डय विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक में की।
मंत्री श्री नन्दी ने कहा कि 15 सितम्बर से कानपुर एयरपोर्ट से दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरू और हैदराबाद के लिए सीधी उड़ान शुरू होने जा रही है, वहीं 12 अगस्त से बरेली एयरपोर्ट मुम्बई तो वहीं 14 अगस्त से बेंगलुरू से जुड़ जाएगा। समीक्षा बैठक में प्रदेश के अन्य एयरपोर्टों को जल्द ही विकसित करने के साथ ही हिंडन एयरपोर्ट से वाराणसी, लखनऊ और प्रयागराज के लिए फ्लाइट का ट्रॉयल शुरू करने पर चर्चा हुई।
श्री नन्दी ने बताया कि बरेली पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला एवं मंडल मुख्यालय है। हमारी सरकार ने वादों से आगे बढ़ कर बरेली एयरपोर्ट को न केवल समय सीमा से पूरा किया बल्कि वहां से विमानों का संचालन भी शुरू हो गया। दिल्ली की उड़ान पहले से ही संचालित थी और अब इसमें बेंगलुरु और मुंबई भी शामिल हो गए हैं। इससे इस पूरे क्षेत्र की जनता को यात्रा की सहूलियत तो होगी ही साथ ही व्यापार एवं रोजगार के नए अवसरों में वृद्धि होगी। मैं माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देना चाहता हूँ जिनका प्रोत्साहन हमें लगातार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि एविएशन सेक्टर में प्रदेश को नंबर वन बनाने के माननीय मुख्यमंत्री जी के विजन को साकार करने के प्रति हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और इस दिशा में तत्परता से आगे बढ़ रहे हैं।
नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों ने मंत्री नन्दी को बताया कि अलीगढ़, मुरादाबाद एयरपोर्ट निर्माण का कार्य जहां पूरा हो गया है, वहीं आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट, मेरठ के साथ ही अन्य एयरपोर्ट का विकास कार्य अन्तिम चरण में है। इसी वर्ष नए एयरपोर्ट्स क्रियाशील हो जायेंगे और इस प्रकार चालू एयरपोर्ट्स की संख्या भी बढ़ जाएगी।
मंत्री नंदी ने कहा कि वर्तमान सरकार के आने के बाद से एयरपोर्ट्स के विकास कार्यों को त्वरित गति प्राप्त हुई है और उत्तर प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा विकसित किये जा रहे एयरपोर्ट्स के कार्यों की केन्द्र सरकार के स्तर पर काफी सराहना की गई है। उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट की भांति ही उत्तर प्रदेश के अन्य एयरपोर्ट्स को पी0पी0पी0 माडल पर विकसित एवं संचालित किये जाने की संभावनाओं को भी देखा जाए और इसके लिए एएआई से समन्वय करते हुए डेवलपर्स के साथ चर्चा की जाए। समीक्षा बैठक में एयरलाइंस कंपनियों से वार्ता कर ट्यूरिज्म डेवलपमेंट पर प्लान बनाने के लिए भी चर्चा हुई।
मंत्री नंदी ने लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर नगर, प्रयागराज, आगरा, हिण्डन (गाजियाबाद), बरेली, अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, मुरादाबाद, चित्रकूट, म्योरपुर (सोनभद्र), झांसी, अयोध्या, कुशीनगर तथा सरसावा (सहारनपुर) एयरपोर्ट्स की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। इन एयरपोर्ट्स पर चर्चा के दौरान मा0 मंत्री श्री नन्दी द्वारा निर्देश दिए गए कि साथ ही साथ इन एयरपोर्ट्स से उड़ानों का संचालन आरम्भ कराने हेतु विशेष रूप से प्रयास किया जाए, इसके अलावा बुन्देलखण्ड क्षेत्र में एयरपोर्ट की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई। मंत्री नन्दी ने नागरिक उड्डयन निदेशालय परिसर में क्रियाशील एयरोनॉटिकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट द्वारा विमानन के क्षेत्र में संचालित किए जा रहे कोर्सेस पर भी चर्चा की। इस अवसर पर निदेशक नागरिक उड्डयन श्री विशाख के अतिरिक्त नागरिक उड्डयन निदेशालय, लखनऊ एयरपोर्ट एवं नागरिक उड्डयन विभाग, उ0प्र0 शासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
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