मर्यादा
पुरुषोत्तम भगवान की नगरी अयोध्या में सरयू
के तट पर स्थित नया घाट चौराहे पर बने
स्वर कोकिला लता मंगेशकर की स्मृति में 'लता मंगेशकर चौक'
को हाल ही में राष्ट्र को प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री
ने समर्पित किया है. इस चौक के निर्माण पर 7.9 करोड़ खर्च हुए हैं.जिस पर विद्या की
देवी का प्रतीक 'वीणा' को स्थापित किया
गया है.वीणा जो देवी सरस्वती से जुदा एक वाद्य यंत्र है. 40 टन की
यह वीणा कांस्य और स्टेनल स्टील के
मिश्रण से बनी गई है .जो 40 फुट लम्बी
(10.8 मीटर) एवं 12 मीटर चौड़ी है.जिसे विश्व प्रसिद्ध शिल्पकार श्री राम सुतार
(स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के निर्माता) ने 70 शिल्पकारों के साथ मिल कर बनाया है.
इस
अवसर पर राम कथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की नगरी
है . यहां के कार्यों व विकास को हमें विश्व स्तर के शहर के अनुरूप दिव्य करना है.
इसमें किसी भी प्रकार की कमी नहीं आनी चाहिए. स्वर साम्राज्ञी भारत रत्न लता मंगेशकर
ने अपने जीवन को भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ाने के लिए समर्पित कर दिया था .उसी
के सम्मान में भारत सरकार द्वारा भारत रत्न के रूप में अलंकृत किया
गया.मुख्यमंत्री ने लता मंगेशकर को भगवान राम पर आधारित भजन गाने वाली प्रसिद्ध
कलाकार बताते हुये कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम में लता जी की अटूट आस्था थी और
भगवान राम पर आधारित सभी कार्यक्रमों में सक्रियता से भागीदारी करती थी .
कार्यक्रम के साक्षी बने लता मंगेशकर के भतीजे आदिनाथ व उनकी पत्नी ने चौक के
निर्माण को सच्ची श्रद्धांजलि बताया.इस मौके पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन
रेड्डी,
प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय
सहित तमाम लोग मौजूद थे.
फोटो
स्रोत रोहित पाल,अयोध्या
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