हर किलोमीटर पर चिकित्सीय सुविधा , 28 तरह के रोगों का टेस्ट तुरंत उपलब्ध 

                                                    प्रणाम पर्यटन ब्यूरो 

 देहरादून । अक्षय तृतीया 23 अप्रैल को  यमुनोत्री एवं गंगोत्री जी के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड के चार धामों की यात्रा शुरू हो गई । 23 अप्रैल की सुबह  सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए इस अवसर पर मंदिर को 11 क्विंटल गेंदे के फूल से सजाया गया था । उसके पश्चात यमुनोत्री धाम के कपाट खुले। अब 25 अप्रैल को श्री केदारनाथ एवं 27 अप्रैल को श्री बद्रीनाथ के कपाट खोले जाएंगे । इस अवसर पर आज सुबह खरसाली में श्री यमुना जी की डोली 8:25 पर रवाना हुई जिसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी  शामिल हुए। उन पर  हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कीगई  इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने चार धाम की यात्रा करने वालों को को बताया कि प्रदेश  सरकार यात्रियों के लिए विशेष प्रयास कर रही है कि उनकी  यात्रा सुगम और सुरक्षित बनाई जाए। श्रद्धालुओं के लिए हर  किलोमीटर चिकित्सा  पोस्ट बनाई गई है। चारधाम यात्रा मार्ग में 130 डॉक्टरों की तैनाती की गई है जिसमें डॉक्टर, पैरामेडिकल। स्टॉफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाई उपलब्ध होगी ।उन्होंने बताया कि इस बार यहां पर point-of-care टेस्टिंग डिवाइस भी होगा जिसकी  मदद से 28 तरह के रोगों की टेस्ट की जा सकेगी ।

        सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चार धाम यात्रा के लिए एक गाइडलइन यानी  एस ओ पी जारी कर दी गई है जिसमें कहा गया है कि चार धाम यात्रा के दौरान यात्री अपने शरीर को पहाड़ के मौसम के अनुकूल बना ले। यदि कोई कठिनाई आ रही है तो थोड़ा विश्राम करें और उसके बाद यात्रा करें । गाइडलाइन के तहत यह भी अपील की गई है 55 साल से अधिक आयु वर्ग के श्रद्धालु यदि किसी बीमारी से ग्रस्त है जैसे बीपी ,शुगर, हृदय रोग तो वे उसका उल्लेख जरूर करें।  ऐसे श्रद्धालुओं को की निगरानी की जाएगी ।मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 21 अप्रैल तक १६ लाख लोग यात्रा के लिए अपना पंजीकरण करा चुके हैं

चारधाम यात्रा मार्गों पर तैनात रहेंगी 200 एम्बुलेंस, 

यात्रियों से अपील यात्रा से पहले मौसम की लें जानकारी

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में सरकार सुगम, सुरक्षित और निर्बाध चारधाम यात्रा कराने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम में हो रही बारिश-बर्फबारी को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं-पर्यटकों से मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा करने की अपील की है।

केदारनाथ में बारिश

केदारनाथ धाम में रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी जारी है। देश-विदेश से केदारनाथ धाम आने वाले समस्त श्रद्धालुओं से राज्य सरकार ने धाम जाने से पहले मौसम का पूर्वानुमान देखने की अपील की है। इसके साथ ही बारिश और ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े की व्यवस्था अपने साथ रखें। बर्फबारी और अत्यंत ठंड होने के कारण यात्रा के दौरान तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

यात्रा मार्गों पर कुल 200 एम्बुलेंस तैनात

सरकार की ओर से सभी यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य संबंधी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। यात्री यात्रा प्रारंभ करने या यात्रा के दौरान स्वास्थ्य बिगड़ने पर तत्काल नजदीकी हेल्थ सेंटर पर जाकर चिकित्सक से परामर्श भी ले सकते हैं। राज्य सरकार बेहतर और सुविधा युक्त यात्रा के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। यात्रा व्यवस्थाओं की नियमित रूप से उच्च स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही है।

चारधाम यात्रा मार्गों पर कुल 200 एम्बुलेंस तैनात की हैं। इनमें ऑक्सीजन सिलेंडर सहित आवश्यक जीवन रक्षक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यात्रा मार्गों पर तैनात आपातकालीन सेवा 108 के रिस्पांस टाइम को घटाकर 15 मिनट कर दिया गया है। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को समीक्षा बैठक की। उन्होंने गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरीनाथ यात्रा मार्गाें पर स्थित स्थाई और अस्थाई चिकित्सा इकाइयों में पर्याप्त दवाइयों के साथ ही चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती पर विशेष ध्यान देने को कहा। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर को बदरी-केदार और हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए बेस कैंप बनाया गया है, जहां पर कार्डिक यूनिट सहित अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात रहेंगे।

कोरोना से सतर्क रहने का निर्देश

इसी प्रकार गंगोत्री, यमुनोत्री आने वाले यात्रियों के लिये एम्स ऋषिकेश को बेस कैम्प बनाया गया है ताकि आपातकाल स्थिति में किसी भी यात्री को निश्चित समय के अंतर्गत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। विभागीय मंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है, फिर भी सभी को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।  उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रदेशभर में अधिक से अधिक संख्या में कोरोना टेस्टिंग और टीकाकरण अभियान संचालित करने के निर्देश दिये साथ ही आम जनमानस को कोरोना के प्रति जागरूक करने को भी कहा।

मौसम का पूर्वानुमान जारी

वहीं गंगोत्री-यमुनोत्री धामों के कपाट 22 अप्रैल को खुलने के साथ चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हो गया है। 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम तो 27 अप्रैल को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे। सरकार ने चारधाम सहित हेमकुंड यात्रा के लिए भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहायता के लिए आउटसोर्स माध्यम से पुरुष और महिला पर्यटन सहायता और सुरक्षा मित्र की तैनाती की व्यवस्था की गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून की ओर से केदारनाथ के लिए अगले सात दिनों का पूर्वानुमान जारी किया गया है। 23 और 24 अप्रैल को आंशिक से सामान्य रूप से बादल छाए रहने के साथ एक से दो बार बहुत हल्की से हल्की बारिश/बर्फबारी की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने 25 अप्रैल से लेकर 29 अप्रैल तक आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ दोपहर/ शाम की ओर बादल गरजने/ हल्की बारिश/ बर्फबारी की संभावना जताई है।

क्या करें:

पंजीकरण यहाँ करें:-

registrationandtourist.uk.gov.in

अपने वहां का पंजीकरण यहाँ करवाएं :-

greencard.uk.gov.in

अधिक जानकारी के लिए उत्तराखंड पर्यटन से संपर्क करें:

1364 (टोल फ्री नंबर) / फोन नम्बर: 0136 3520100