लखनऊ, रविवार 16 जुलाई 2023 को डॉ० रमाकान्त श्रीवास्तव साहित्यिक संस्थान, लखनऊ (पंजी०) के तत्वावधान में राजर्षि पुरूषोत्तम दास टंडन, हिन्दी भवन, हजरतगंज, लखनऊ के प्रांगण में अवस्थित निराला सभागार में -सम्पादकाचार्य, पत्रकारिता भूषण, पत्रकार शिरोमणि स्वतंत्रता सेनानी, ऋषि तुल्य- संतह्रदयी अमर साहित्यकार, साहित्य और साहित्यकारों के सर्जक, संस्मरण पुरूष ( एवं अन्य 24 उपाधियाँ एवं सम्मान) डॉ० रमाकान्त श्रीवास्तव जी के 102 वें जन्मदिवस के अवसर पर संस्थान द्वारा डॉ० रमाकान्त श्रीवास्तव स्मृति सम्मान-सारस्वत समारोह का आयोजन किया। जिसमें उक्त संस्थान प्रकाशन द्वारा अद्य: प्रकाशित डॉ. श्रीकान्त शुक्ल (पूर्व शिक्षा विद् एवं वरिष्ठ साहित्यकार) की कृति 'चिंतन' व संस्थान के अध्यक्ष, विनय श्रीवास्तव जी की (प्रथम कविता-संग्रह ) प्रकाशित कृति 'साँझ का मन:आकाश' का विमोचन आकर्षण था। कृतियों की विवेचना व समीक्षा क्रमशः वरिष्ठ साहित्यकार स्नेह लता जी व साहित्य एवं शिक्षा विद् डॉ० रश्मि श्रीवास्तव (अध्यक्ष, शिक्षा संकाय, महिला परास्नातक महाविद्यालय, लखनऊ) जी ने की।
समारोह अध्यक्ष अति वरिष्ठ साहित्यकार-कृषि वैज्ञानिक डॉ० रामकठिन सिंह जी मुख्य अतिथि डॉ० अमिता दुबे, प्रधान सम्पादक उ०प्र० हिन्दी संस्थान विशिष्ट अतिथि,डॉ० पवन अग्रवाल ( प्रोफेसर, हिन्दी एवं आधुनिक भाषा विभाग, लखनऊ विश्व विद्यालय, लखनऊ),, वरिष्ठ साहित्यकार श्री राम निवास पंथी ( संस्थापक सदस्य निराला स्मृति संस्थान, डलमऊ),श्री एस. पी. राय (भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के महत्वपूर्ण व्यक्तित्व, BRICKS राष्ट्र के भारत सरकार के स्थायी प्रतिनिधि, नेशनल पैट्रियाटिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व महाप्रबंधक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया),अति वरिष्ठ साहित्यकार डॉ० मिथिलेश दीक्षित व विनय श्रीवास्तव मंचासीन थे।
सारस्वत समारोह में डॉ० रमाकान्त श्रीवास्तव स्मृति सम्मान के अन्तर्गत डॉ० मिथिलेश दीक्षित जी को जीवन काल समग्र साहित्यिक उपलब्धि के आधार पर अति विशिष्ट सम्मान , वरिष्ठ साहित्यकार श्री राजेन्द्र वर्मा जी (लखनऊ) को "विशिष्ट सम्मान" ( उनके बहुविधीय साहित्य सृजन पर आधारित), श्री गिरीश चन्द्र श्रीवास्तव 'झमाझम बैसवाड़ी' जी को -"काव्य रत्न सम्मान",,श्रीमती प्रतिभा इन्दु जी (भिवाड़ी) पुत्री अमर साहित्यकार जवाहर इन्दु (डलमऊ) जी को -"काव्य रत्न सम्मान",डॉ० आजेन्द्र प्रताप सिंह जी (सहायक प्रोफेसर- हिन्दी साहित्य, फीरोज गाँधी परास्नातक महाविद्यालय रायबरेली) जी को "हिन्दी गौरव सम्मान",डॉ० हरिनारायण चौरसिया (पूर्व प्रोफेसर हिन्दी विभाग नागपुर विश्वविद्यालय जी गोंदिया,महाराष्ट्र) ,कृति सम्राट सम्मान" : आधार कृति 'हितैषी काव्य विमर्श',,डॉ० सुभाष वसिष्ठ (नवगीतकार/रंगकर्मी, दूरदर्शन शृंखलाओं एवं चलचित्रों में अभिनय और माडलिंग की दुनिया के स्तम्भ पूर्व प्रोफेसर हिन्दी बदायूँ व खुर्जा के स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नयी दिल्ली निवासी ) जी को ,साँझ का आकाश काव्य नखत सम्मान" : आधार कृति 'बना रह ज़ख्म तू ताज़ा', श्री प्रदीप श्रीवास्तव जी (लखनऊ) को-"कहानी सम्राट सम्मान",श्री प्रदीप श्रीवास्तव जी (सं० प्रणाम पर्यटन, लखनऊ) जी को "पत्रकारिता गौरव सम्मान , श्री एस.पी. राय (लखनऊ) जी को "समाज रत्न सम्मान",श्री रामेश्वर यादव जी( रायबरेली) जी को "समाज रत्न सम्मान" से सम्मानित किया गया।
समारोह में आकाँक्षा द्विवेदी सुपौत्री राष्ट्र कवि सोहन लाल द्विवेदी (डॉ० रमाकान्त श्रीवास्तव जी मित्र कवि) भी उपस्थित थीं आपने डॉ० रश्मि श्रीवास्तव ( मुख्य वक्ता : साँझ का मन:आकाश )जी का सम्मान संस्थान की ओर से किया। समारोह में नगर और बाहर से आये गणमान्य साहित्यकार व साहित्य अनुरागियों का संस्थान की ओर से अभिनंदन, वंदन , स्वागत संस्थान की सचिव प्रीति कीर्ति जी व धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के मंत्री अमरेन्द्र जी ने किया। (विज्ञप्ति)
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