लखनऊ .उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने गुरुवार 3 अगस्त को पर्यटन विभाग की राज्य सेक्टर के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2017-18 से वित्तीय वर्ष 2022-23 तक विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं द्वारा क्रियान्वित परियोजनाओं की गहन समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों में समयबद्धता, गुणवत्ता एवं पारदर्शिता का अनुपालन हर स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। जिन परियोजनाओं के क्रियान्वयन में उदासीनता अथवा लापरवाही के कारण विलम्ब पाया जायेगा, उससे संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए कठोर कार्यवाही की जायेगी।
श्री जयवीर सिंह पर्यटन निदेशालय के सभागार में विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा नोडल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि परियोजनाओं के क्रियान्वयन में निर्धारित तिथि का ध्यान रखा जाए। उन्होंने पुरानी परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 2017-18 से शुरू की गयी परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी पर्यटन अधिकारी, पर्यटन सूचना अधिकारी तथा क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र में संचालित निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर पूरा करायें। उन्होंने कहा कि आधी अधूरी परियोजनाओं को पूरा दिखाये जाने की शिकायत पाये जाने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।
श्री जयवीर सिंह ने निर्देशित किया कि सभी कार्यदायी संस्थायें 10 दिन के अंदर परियोजनाओं से संबंधित अपनी रिपोर्ट विभाग के डैशबोर्ड पर अपलोड करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यूपीआरएनएन द्वारा 2019-20 में स्वीकृत परियोजनाओं की धीमी रफ्तार पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी परियोजनाओं के पूरा करने की अंतिम तारीख निर्धारित की जाए। पूरी योजनाओं का क्लोजर रिपोर्ट भेजने से पूर्व आईआईटी रूड़की अथवा क्यूसीआई संस्थान से थर्ड पार्टी ऑडिट अनिवार्य रूप से करायी जाए। उन्होंने संस्कृति विभाग के अंतर्गत कराये जा रहे विभिन्न निर्माण कार्यो की भी गहन समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्धारित समय में कार्यों को पूरा करायें ताकि इनका लोकार्पण कराया जा सके।
बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 से वित्तीय वर्ष 2022-23 तक विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के लिए 696 परियोजनायें स्वीकृत हुई थी, जिसमें से 302 पूरी करा ली गयी हैं और 337 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। 45 परियोजनायें टेण्डर प्रक्रिया के अंतर्गत हैं तथा 12 परियोजनायें विभिन्न कारणों से निरस्त कर दी गयी हैं। वर्ष 2023-24 में उ0प्र0 ब्रजतीर्थ विकास परिषद को 4303.74 लाख रूपये की परियोजनायें स्वीकृत करते हुए 1080 लाख रूपये की धनराशि अवमुक्त की गयी है। इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन हेतु प्रक्रिया पूरी करायी जा रही है।
प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने समीक्षा के दौरान कार्यदायी संस्थाओं, अधिकारियों तथा पीएम एवं एपीएम को निर्देशित किया कि लंबित परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करें। उन्होंने कहा कि आगामी सितम्बर तथा कुछ परियोजनाओं को नवम्बर, 2023 में हर हाल में पूरा कर लिया जाए ताकि इनको आम जनता को समर्पित किया जा सके। उन्होंने कुछ कार्यदायी संस्थाओं द्वारा धीमी गति से कार्य करने पर अप्रसन्नता जाहिर की और गुणवत्ता के साथ कार्य करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर विशेष सचिव एवं प्रबंध निदेशक ए0के0 पाण्डेय, निदेशक पर्यटन श्री प्रखर मिश्र, पर्यटन सलाहकार श्री जे0पी0 सिंह के अलावा विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि, अधिशासी अभियन्ता, आरटीओ, उपनिदेशक दिनेश तथा कल्याण सिंह सहित मुख्यालय एवं विभिन्न जनपदों के अधिकारी मौजूद थे।
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