प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति ने महिला बाइकर्स रैली को दिखाई हरी झंडी
झांसी, ललितपुर, महोबा, चित्रकूट में महिलाओं से
मुलाकात कर पर्यटन के लिए करेंगी जागरूक
प्रणाम पर्यटन ब्यूरो
लखनऊ / प्रदेश में महिलाओं के लिए सृजित शांति एवं सुरक्षा के वातावरण का संदेश देने के लिए प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने आज पर्यटन निदेशालय गोमती नगर से हरी झण्डी दिखाकर पांच बाइकर महिलाओं को अमर शहीद रानी लक्ष्मीबाई की धरती झांसी तथा ललितपुर, महोबा, चित्रकूट जनपदों को रवाना किया। यह बाइकर कल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी झांसी के ऐतिहासिक किले पर तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहूति देने वाले शाहीदों को श्रद्धांजलि देंगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव पर्यटन ने कहा कि महिला बाइकर लखनऊ से बुन्देलखण्ड तक 320 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। यह बाइक रैली संदेश देंगे कि उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। यहां कानून का राज है। पर्यटन के लिए कोई खतरा नहीं है। खासकर बुंदेलखंड में पर्यटन का और विकास होगा। क्योंकि यहां कई ऐसे ऐतिहासिक धरोहर हैं जो शायद दुनिया में कहीं और नहीं मिलेंगे। यहां एक हजार से अधिक जैनमंदिर हैं। देश में पत्थर का सबसे पहला मंदिर यहीं है।
बाइक से भ्रमण करने वाली स्वाती सिंह नव्या ने कहा कि हम चाहते हैं कि नारी सशक्त हो। यूपी में कानून व्यवस्था चुस्तकृदुरुस्त है। यहां हर आदमी सुरक्षित है चाहे वह जंगल में ही क्यों न हो। इसके बावजूद कुछ लोगों में झिझक है। इसी झिझक को खत्म करने के लिए हम लोग बाइक से भ्रमण पर निकल रहे हैं। ताकि लोग निडर होकर घर से निकलें और पर्यटन करें। पर्यटन क्षेत्र में संभावनाओं का भी लाभ उठाएं। स्वाती के साथ भ्रमण करने वाली श्वेता, समृद्धि, फिजा फातिमा और प्रिया ने भी विचार व्यक्त किए।
प्रमुख सचिव ने बताया कि महिला बाइकर्स के बुंदेलखंड भ्रमण से लौटने के बाद पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह इनका स्वागत करेंगे। 14 अगस्त को महिला बाइकर्स को हरी झंडी दिखाकर उन्हीं को रवाना करना था, लेकिन अपने गृह जनपद मैनपुरी/फिरोजाबाद में स्वतंत्रता दिवस से संबंधित पूर्व निर्धारित विभिन्न कार्यक्रमों की व्यस्तता के कारण नहीं आ सके।
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि प्रदेश में युवा पर्यटन क्लब का गठन किया गया है। इसमें 75 हजार युवा जुड़े है। जीआईसी, जीजीआईसी समेत अन्य कालेजों और छात्र-छात्राओं को भी जोड़ा जा रहा है। प्रत्येक क्लब को 10 हजार रुपये और सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले क्लब को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा युवा भ्रमण करें। जितना ज्यादा घूमेंगे, उतना पढ़ेंगे और उतना ही सीखेंगे। उन्होंने कहा कि युवा क्लबों के माध्यम से पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि इससे निवेश आकर्षित होने के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा। इस अवसर पर निदेशक पर्यटन श्री प्रखर मिश्र, पर्यटन सलाहकार श्री जे0पी0 सिंह के अलावा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
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