जयपुर ।प्रणाम पर्यटन ब्यूरो । राजस्थान पर्यटन विभाग इन दिनों प्रदेश के सभी जिलों में नए पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर उनके विकास, जीर्णोद्वार और संरक्षण में जुटा है। जिलों से दो-दो पर्यटन स्थल चिन्हित किए जा चुके हैं। पर्यटन विकास कोष के जरिए इन स्थलों पर विकास कार्य शुरू हो चुके हैं। इस योजना से नए पर्यटन स्थल विकसित होंगे साथ ही पर्यटन उद्योग का लाभ प्रदेश में जिलावार मिलने लगेगा। पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ के अनुसार यह कार्य बजट घोषणा 22-23 की अनुपालना के तहत किए जा रहे हैं। इस घोषणा के अनुसार जिले से दो-दो पर्यटन स्थलों को चिन्हित करके वहां पर पर्यटकों की सुविधा व अन्य जन सुविधा संबंधी विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दो-दो पर्यटन स्थलों का चयन कर उनका विकास करना, एक दूरदर्शी योजना है जिसके तहत न सिर्फ पर्यटन स्थलों का विकास होगा वहीं पर्यटकों के लिए नए आकर्षण के केंद्र भी स्थापित होंगे। पर्यटन विभाग की निदेशक डॉ.रश्मि शर्मा के अनुसार पर्यटन विभाग लगातार इस दिशा में काम कर रहा है कि प्रदेश में नए पर्यटन स्थलों का विकास हो जिससे पर्यटन को तो नए आयाम मिले साथ ही पर्यटन से जुड़ी सभी ईकाइयों को लाभ मिले। डॉ. शर्मा के अनुसार प्रदेश के अलवर, अजमेर, भीलवाड़ा, बूंदी, भरतपुर, बांसवाड़ा, दौसा, डूंगरपुर, जोधपुर, झालावाड़,जालौर, झुंझुनूं, करौली, नागौर व सिरोही सहित बीकानेर, चित्तौडगढ़, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जयपुर, कोटा, प्रतापगढ़, पाली, श्रीगंगानगर, सीकर, सवाईमाधोपुर, टोंक,उदयपुर, बाड़मेर, चूरू, बारां, राजसमंद व धौलपुर में 70.06 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटन स्थलों का विकास व जीर्णोद्धार और अन्य कार्य करवाए जा रहे हैं। इन विकास कार्यों से राजस्थान के हर जिले में पर्यटन स्थल विकसित होंगे और पर्यटन उद्योग का पूरा लाभ प्रदेश के सभी जिलों को मिलेगा। डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में इन दिनों पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तेज गति से काम चल रहा है। पर्यटन विभाग अन्य सरकारी महकमों जैसे वन विभाग, पुरातत्व विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, सहित नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद आदि कई विभागों को साथ समन्वय करते हुए काम कर रहा है।