समीक्षक -डॉ. ज्ञानप्रकाश 'पीयूष' हरियाणा साहित्य अकादमी पंचकूला से सम्मानित प्रतिष्ठित साहित्यकार बलजीत सिंह द्वारा रचित "हिमाचल प्रदेश की हसीन वादियां" नामक यात्रा वृत्तान्त पुस्तक बहुत रोचक, रोमांचक, कौतुहल वर्धक एवं प्रभावपूर्ण है। लेखक श्री बलजीत सिंह ने इसमें नीरज मुसाफिर के नेतृत्व में बारह सदस्यीय ग्रुप सहित हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जैसे दुर्गम बर्फीले पहाड़ी क्षेत्र जहाँ का तापमान माइनस 25 डिग्री रहता है, की सात दिवसीय यात्रा का बड़ा रोमांचक एवं हृदयस्पर्शी चित्रण 187 पृष्ठों में किया है,जो कि बड़ा लाज़वाब एवं प्रभावपूर्ण बन पड़ा है। लेखक 15 जनवरी 2022 को अपने आवास राजपुरा सिसाय हिसार से बस द्वारा शिमला पहुँचते हैं और अपने ग्रुप लीडर श्री नीरज मुसाफिर से संपर्क कर यात्रा का श्रीगणेश करते हैं। वे शिमला से रिकांगपियो, रिकांगपिओ से ताबो, ताबो से काजा, काजा से किब्बर व चिचम(विलम्ब से चलने व मौसम के प्रतिकूल होने के कारण वे चिचम नहीं जा पाते हैं) किब्बर से रिकांगपिओ, रिकांगपिओ से शिमला और शिमला से अपने आवास राजपुरा सिसाय लौट आते हैं। लेखक ने उपर्युक्त समस्त दर्शनीय स्थानों के सौंदर्य,वहाँ की स्थिति, तापमान, दुर्गमता तथा खतरों का सर्वांगपूर्ण विवेचन अपनी सरल, पारदर्शी व मुहावरेदार भाषा में बड़ी कुशलता से किया है। तथा बर्फ पर हॉकी के खेल और काली बर्फ के रहस्य का उद्घाटन भी बड़ी नाटकीयता से किया है एवं बीच-बीच में ग्रुप के सदस्यों द्वारा किए गए परस्पर हास्य-परिहास का प्रकाशन भी बड़ी संजीदगी से किया है। इससे कृति में सरसता,रोचकता और कौतूहलपूर्ण जिज्ञासा का संचार हुआ है,जो कृति की पठनीयता में इजाफा करता है। अपनी यात्रा के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए लेखक ने स्पष्ट किया है कि ऐसे दुर्गम ऊँचे पहाड़ी और बर्फीले स्थलों जहाँ का आक्सीजन लेवल बहुत कम रहता है, की यात्रा करते समय यात्रियों को पर्याप्त मात्रा में आवश्यक संसाधन, वस्त्र,दवाई आदि की व्यवस्था करके चलना चाहिए और पूर्णरूप से सजग,सावधान व अनुशासन में रहना चाहिए।फिसलन से बचने के लिए जंजीर व वाहन की गति दुरुस्त रखनी चाहिए। समय का भी पूर्णरूप से पालन करना चाहिए। लेखक ने आलोच्य कृति में दर्शनीय स्थलों के पर्याप्त मात्रा में चित्र दिए हैं,जो उनकी यात्रा के प्रमाणीकरण के साथ उन स्थलों की उपादेयता,अर्थवत्ता व सौन्दर्यकरण में चार चाँद लगाते हैं तथा कृति की विशिष्टता व विश्वसनीयता को रेखांकित करते हैं। पुस्तक का शीर्षक,मुख्य कवरपृष्ठ, निर्दोष छपाई,बाइंडिंग, लुक व कीमत आदि सभी वाज़िब,समीचीन, आकर्षक,शानदार व लाज़वाब हैं। इसके लिए लेखक के साथ-साथ बोधि प्रकाशन जयपुर भी बधाई के पात्र हैं। यह पुस्तक पठनीय और संग्रहणीय है तथा यात्रावृत्तांत साहित्य में अपना एक उल्लेखनीय व विशिष्ट स्थान बनाएगी,ऐसा मेरा ध्रुव विश्वास है। पुस्तक का नाम : हिमाचल प्रदेश की हसीन वादियां ,लेखक : बलजीत सिंह ,प्रकाशक : बोधि प्रकाशन जयपुर राजस्थान , प्रथम संस्करण : 2023, , मूल्य : ₹ 250/- ,पृष्ठ : 187.