हीरा निर्यात में गुजरात का योगदान 80 प्रतिशत है : मंत्री ऋषिकेश पटेल ,गुजरात
प्रणाम पर्यटन ब्यूरो/ रविवार 6 नवंबर को लखनऊ के पांच सितारा होटल में 'वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टर समिट' का आयोजन गुजरात सरकार की ओर से किया गया .जिसका मुख्य उद्देश्य था उत्तर प्रदेश के निवेशकों को गुजरात में अपने उत्पाद के प्रोजेक्टों को लगाने के लिए आमंत्रित करना . आयोजन के ठीक पहले एक रोड शो का आयोजन किया गया. गुजरात के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, उच्च और तकनीक शिक्षा, कानून, न्याय, विधायी और संसदीय मामलों के मंत्री ऋषिकेश पटेल रोड शो का नेतृत्व किया. नई दिल्ली में कर्टेन रेजर कार्यक्रम के सफल आयोजन और मुंबई, कोलकाता, चंडीगढ़, चेन्नई, जापान, यूरोप, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम और दक्षिण कोरिया में हुए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रोड शो के बाद वाइब्रेंट गुजरात 2023 प्रतिनिधिमंडल ने सफलतापूर्वक लखनऊ में रोड शो का आयोजन किया. गुजरात सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, उच्च और तकनीकी शिक्षा, कानून, न्याय, विधायी और संसदीय कार्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने रोड शो का नेतृत्व किया . इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उद्योग मंत्री नंद गोपाल गुप्ता भी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. समारोह की सुरुवात श्री नंदी के उद्बोधन से हुई. उन्हो ने बताया कि किस तरह पिछले 6 सालों में उत्तर उद्योग के क्षेत्र में केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपनी एकालग पहचान बने है.जिसक श्री उन्होंने प्रधान मंतिर श्री मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी को दिया. उत्तर प्रदेश सरकार में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट, एक्सपोर्ट प्रोमोशन, NRI, इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने सभा को संबोधित किया. मंत्री ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे इस सम्मेलन ने पिछले कुछ वर्षों में सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन के तहत, गुजरात और उत्तर प्रदेश वर्तमान में एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और भविष्य में भी भारत के विकास के लिए मिलकर काम करते रहेंगे. कार्यक्रम की शुरुआत ASSOCHAM गुजरात काउंसिल के अध्यक्ष चिंतन ठाकर के स्वागत भाषण से हुआ. इसके बाद सभा के दौरान वाइब्रेंट गुजरात 2024 प्रमोशनल फिल्म की स्क्रीनिंग और गुजरात सरकार में ऊर्जा एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग की प्रमुख सचिव आईएएस ममता वर्मा ने गुजरात में मौजूद व्यावसायिक अवसरों पर एक प्रेज़ेंटेशन भी प्रस्तुत किया. इसके अलावा, हिरीज हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक तन्मय बथवा यूएनओ मिंडा ग्रुप के कॉर्पोरेट एफेयर्स के प्रेसीडेंट अनादि एन सिन्हा, रेडिंगटन ग्रुप-लार्ज प्रोजेक्ट के जनरल मैनेजर संगीत टंडन के साथ गुजरात में उनके उनके अनुभवों को साझा करने लिए एक्सपीरियंस-शेयरिंग सेशन का भी आयोजन किया गया था.
गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने भी सभा को संबोधित किया. उन्होंने उत्तर प्रदेश और गुजरात के आपसी संबंधों के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, आज के संदर्भ में भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से दूर होने के बावजूद, दोनों राज्य कई प्रमुख पहलुओं पर मजबूती से जुड़े हुए हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य विकास की नई परिभाषा लिख रहा है. उन्होंने वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई ODOP (एक जिला एक उत्पाद) जैसी योजनाओं के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी. इस योजना के तहत देश के स्थानीय सूक्ष्म, लघु और मध्य मध्यम उद्यमों (MSME) द्वारा बनाए गए पारंपरिक उत्पादों और रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भी अपार संभावनाएं हैं.मंत्री ऋषिकेश पटेल ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के महत्व और पिछले 20 वर्षों में गुजरात की विकास यात्रा में इसकी भूमिका पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने उन्होंने कहा कि साल 2003 में इस सम्मेलन से लगभग 100 प्रतिभागी और प्रतिनिधि जुड़े थे. आज वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में 42,000 से अधिक प्रतिभागी और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. जहां साल 2003 में, इस सम्मेलन में केवल कुछ ही देशों ने भाग लिया था, वहीं आज लगभग 135 देश इसमें भाग लेते हैं.
मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि गुजरात राज्य, कारोबार के साथ-साथ कृषि और वित्त का भी हब बन गया है. 21वीं सदी में गुजरात ने अपनी पहचान एक इंडस्ट्रियल और माइनिंग इकोसिस्टम के रूप में स्थापित की है. गुजरात के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में पिछले 20 सालों की तुलना में 9 गुना अधिक निवेश बढ़ा है. इसके अलावा, देश वर्तमान में गुजरात में 30,000 से अधिक फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स काम कर रही हैं. फार्मास्युटिकल क्षेत्र में, मेडिकल दवाओं के निर्माण में गुजरात की 50 प्रतिशत से अधिक है. कार्डिएक ट्यूब के निर्माण में गुजरात की हिस्सेदारी लगभग 80 प्रतिशत है. रत्न एवं आभूषण उद्योग में तो गुजरात की सफलता अद्भुत है .है.  विश्व के 70% से अधिक प्रोसेस्ड डायमंड गुजरात में ही मिलते हैं. भारत के हीरा निर्यात में गुजरात का योगदान 80 प्रतिशत है.
लखनऊ रोड शो में गुजरात के मंत्री ने कई संगठनों के प्रमुखों के साथ बैठक की. इनमें RSPL ग्रुप के टिंकू छाबड़ा, V गार्ड की चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर उपासना अरोड़ा, सनसोर्स एनर्जी के एमडी और सीईओ कुशाग्र नंदन, ल्यूमिनस की एमडी और सीईओ प्रीति बजाज, फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डी के गुप्ता, एरिशा ई-मोबिल.ऊषा बर्को लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अपूर्व झावर, फोरेस्टा मेडटेक के फाउंडर और एमडी मोनीष भंडारी, काडिला फार्मास्टयुटिकल लिमिटेड के कॉर्पोरेट अफेयर के प्रेसीडेंट राज प्रकाश व्यास के साथ बैठकें शामिल हैं.