इंग्लैंड,अमेरिका,हालैंड और जर्मनी के टूर एंड ट्रेवेल आपरेटर्स का दल पहुंचा लखनऊ
लखनऊ:/उत्तर प्रदेश में ईको पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि कई पर्यटन स्थलों को प्रकृति का सीधे आशीर्वाद प्राप्त है। इन स्थानों को विश्व पटल पर प्रचारित-प्रसारित करना हमारा संकल्प है। इसी उद्देश्य से इंग्लैंड, अमेरिका, हालैंड और जर्मनी के टूर एंड ट्रेवेल्स आपरेटर्स को फैम ट्रिप इस समय प्रदेश के प्रमुख स्थलों का भ्रमण कर रहा है। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री आज यहां एक स्थानीय होटल में टूर एवं ट्रेवेल ऑपरेटर्स की टीम के सदस्यों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने इस भ्रमण यात्रा के बारे में प्रेस प्रतिनिधियों को बताया कि सरकार का प्रयास है कि विदेश से आने वाले सैलानियों के मामले में पहले स्थान पर हो, इसलिए पर्यटन के संभावित सभी आयामों पर तेजी से फोकस किया जा रहा है। यहां ईको पर्यटन की असीम संभावनाएं है। परिणामस्वरूप इन स्थलों का लगातार विकास किया जा रहा है और पर्यटक सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की जा रही हैं। देश-विदेश के पर्यटकों को प्रदेश के पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित करने के लिए जरूरी है कि उन्हें इन स्थलों और यहां की खूबियों से परिचित कराया जाए। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पर्यटन विभाग फैम ट्रिप में सहयोग कर रहा है। एक दिसंबर से यह यात्रा चंबल वेटलैंड से शुरू होकर सूरसरोवर पक्षी विहार होते हुए आज चार दिसंबर को लखनऊ पहुंची है। यहां से दुधवा नेशनल पार्क लखीमपुर जायेगी और टीम वहीं ठहरेगी। यहीं से किशनपुर वन्य अभयारण्य, कतरनिया घाट बहराइच और पीलीभीत टाइगर रिजर्व का भ्रमण करेगी।
पर्यटन मंत्री ने इस आठ दिवसीय परिचय यात्रा पर विदेश से आए टूर एंड ट्रेवेल आपरेटर्स से कहा कि आप यहां खूब घूमिए, देखिए, समझिए और अपने यहां खूब प्रचार करिए। लोगों को बताइए कि प्रकृति का वास्तविक स्वरूप देखना है तो उत्तर प्रदेश का अवश्य भ्रमण कीजिए। प्रत्येक कदम पर उत्तर प्रदेश सरकार मदद के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बेहतर कनेक्टिविटी के साथ उच्च स्तर की अवस्थापना सुविधाएं उपलब्ध हैं। राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए आकर्षक पर्यटन नीति तैयार की है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा धर्मार्थ कार्य श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों और विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि हम केवल ईको पर्यटन स्थलों का ही नहीं, अपितु वहां के स्थानीय लोगों के भी विकास का प्रयास कर रहे हैं। पर्यटन से इनकी आय बढ़ेगी। इसी क्रम में युवाओं को टूरिस्ट गाइड बनाने की तैयारी है। निदेशक पर्यटन श्री प्रखर मिश्रा ने प्रदेश में ईको टूरिज्म पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों से आने वाले टूर एंड ट्रेवेल्स आपरेटर्स जब यहां के ईको पर्यटन स्थलों से प्रभावित होंगे तो वे अपने यात्रा विवरण में इस भ्रमण यात्रा को स्थान देंगे और दूसरों से भी अपने अनुभव को साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।