लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा कि पर्यटन सेक्टर में रोजगार तथा राजस्व अर्जन की असीमित संभावनायें है। इसको दृष्टिगत रखते हुये प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन विभाग महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। उन्होने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि पर्यटन विभाग के सामर्थ्य को देखते हुये ऐसी नीतियां एवं कार्यक्रम तैयार करें, जिससे उत्तर प्रदेश 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन सके। पर्यटन मंत्री बुधवार को गोमती नगर स्थित पर्यटन विभाग के सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ विभाग द्वारा इस दिशा में लिये गये निर्णयों तथा भावी रणनीति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन बहुत तेजी से बढ़ रहा है। अयोध्या में राम मन्दिर के लोकार्पण के बाद पूरे देश और दुनिया से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे है। उन्होने कहा कि एक पर्यटक के आने से 06 लोगों को रोजगार मिलता है। इसके साथ ही पर्यटक होटल, टैक्सी के उपयोग के अलावा स्थानीय उत्पाद के क्रय करके स्थानीय लोगों को रोजगार तथा आमदनी का जरिया बनते है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि विदेशी पर्यटकों की प्रदेश में अधिक से अधिक संख्या बढ़ाने के लिये नये सिरे से रणनीति तैयार की जाएं। उन्होने कहा कि अधिकांश विदेशी पर्यटक प्रदेश के 10 शहरों तक सीमित रहते है। घरेलू पर्यटक 15 शहरों में ज्यादा आते है। प्रदेश में लगभग हर जनपद में पर्यटकों के लिये कुछ-न-कुछ विशेष है। इसके अलावा विशिष्ट प्रकार के स्थानीय उत्पाद एवं खानपान की प्रसिद्ध वेराइटी है। पर्यटकों को इनकी ओर लुभाने के लिये नये सिरे से रणनीति तैयार करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर के स्तर तक ले जाने के लिये कृषि, मैनुफेक्चुरिंग, पर्यटन और सूचना प्रौद्योगिकी को रखा गया है। श्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास क्षमता, सामर्थ्य एवं मानव सम्पदा का बड़ा बाजार है। इसके साथ ही पूरे देश में सर्वाधिक एक्सप्रेस-वे तथा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। कानून व्यवस्था पूरे देश में बेहतर है। इसीलिये पर्यटक प्रदेश के एक कोने से दूसरे कोने तक असानी से जा सकते है। उन्होने कहा कि वर्ष 2017 के बाद से करोना काल को छोड़कर उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। पर्यटक फैड्ली परिस्थितियों के कारण पिछले साल लगभग 38 करोड़ पर्यटक प्रदेश में आये। विगत 02 वर्षों से उत्तर प्रदेश घरेलू पर्यटन के क्षेत्र में पहले स्थान पर बना हुआ है। पर्यटन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये है कि 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में पर्यटन विभाग का अधिकतम योगदान के लिये मौजूदा नीतियों एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करे। इसके साथ ही पर्यटकों को प्रदेश में दो-तीन दिन से अधिक ठहराव के लिये विकल्प तलाशने पर जोर दे। उन्होने कहा कि आगरा आने वाले पर्यटकों को बटेश्वर भ्रमण के लिये प्रेरित करे। इसके अलावा ईको-टूरिज्म पर विशेष ध्यान दे। उन्होने कहा कि धार्मिक पर्यटन के साथ अन्य गतिविधियां जोड़ी जा सकती है। जिससे पर्यटक प्रदेश में अधिक समय तक रूक सके। जयवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का योगदान की कैसी बढोत्तरी हो तथा अधिक से अधिक राजस्व की प्राप्ति हो, इसके लिये तैयार की गयी नीति का परिणाम एवं प्रगति धरातल पर दिखनी चाहिये। उन्होने कहा कि विभागीय अधिकारी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने पर जोर दे। उन्होने कहा कि थाईलैंण्ड, वियतनाम के बौद्ध श्रद्घालुओं का उत्तर प्रदेश से भावनात्मक लगाव है। इसके अलावा बौद्ध धर्म को मानने वाले देशों को नये भारत का नया उत्तर प्रदेश के बारे में बताये। उन्होने कहा कि राजस्थान की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में वेडिंग डेस्टिनेशन को बढ़ावा दिया जा सकता है।इस बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश मेश्राम, सचिव नियोजन श्री अनुराग यादव के अलावा निदेशक पर्यटक श्री प्रखर मिश्र, विभागीय अधिकारी तथा डेलोइट संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे।