उत्तर प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं : मुकेश कुमार मेश्राम
लखनऊ / उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने वर्ष 2024-25 के लिए गठित पर्यटन स्थायी समिति की प्रथम बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जनपद सोनभद्र और मिर्जापुर में प्राकृतिक सौन्दर्य, रमणीक स्थल तथा प्राकृतिक सम्पदा से परिपूर्ण है। यहां पर करोड़ों वर्ष पुराने जीवाश्म का पार्क है। यह स्लखन जीवाश्म पार्क अमेरिका के ऐलो स्टोन पार्क से बड़ा है। देश-विदेश से भू-वैज्ञानिक एवं अन्य पर्यटक शोध के लिए आते रहते हैं। यहां पर पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधायें सृजित की जा रही हैं।पर्यटन मंत्री कल देर शाम पर्यटन भवन में पर्यटन स्थायी समिति की पहली बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने समिति के सदस्यों का अभिनन्दन एवं स्वागत करते हुए पर्यटन के क्षेत्र में नये स्थलों की पहचान एवं मौजूदा पर्यटन स्थलों पर विश्व स्तरीय अवस्थापना सुविधायें सृजित करने में सक्रिय सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने सदस्यों के बहुमूल्य सुझावों को क्रियान्वित करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित भी किया। बताते चले कि इस सलाहकार समिति में विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के मा0 विधायकगण सदस्य के रूप में शामिल हैं। श्री जयवीर सिंह ने कहा कि सभी सदस्यगण पर्यटन को उद्योग बनाने के लिए अपने सुझाव एवं मार्गदर्शन दें, जिससे पर्यटन के क्षेत्र में उ0प्र0 को देश में अग्रणी बनाया जा सके। वैसे घरेलू पर्यटन के क्षेत्र में उ0प्र0 पहले स्थान पर है तथा विदेशी पर्यटकों के मामले में विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है। पर्यटकों के आने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, क्योंकि पर्यटन सेक्टर में राजस्व अर्जन के साथ रोजगार की भी अपार संभावनाएं है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर बनाने में पर्यटन विभाग की अहम भूमिका होगी। इसलिए पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत है।
इस अवसर पर समिति के सदस्य वाराणसी के विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने काशी में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ एडवेंचर टूरिज्म, फ्लोटिंग रेस्टोरेन्ट सहित अन्य आयामों की संभावनाओं पर जोर दिया। साथ ही सोनभद्र व मिर्जापुर जिले के इको टूरिज्म आकर्षण के लिए पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने कई और बहुमूल्य सुझाव दिये। अयोध्या के विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने दीपोत्सव-2024 के दौरान सजावट तथा एलईडी की सुविधा दीपावली के बाद तक बनाये रखने पर जोर दिया। इसके अलावा अयोध्या धाम में 01 नम्बर गेट सहित अन्य स्थानों पर सजावट का मुद्दा उठाया।आगरा के विधायक भगवान सिंह कुशवाहा ने आगरा में और अधिक पर्यटक सुविधायें विकसित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की पसंद की सुविधायें विकसित करने से देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। मिर्जापुर के विधायक रमाशंकर सिंह, कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर के विधायक श्यामधनी राही, पडरौना कुशीनगर के विधायक मनीष कुमार, गाजीपुर के विधायक अंकित भारती, चित्रकूट के विधायक अविनाश चन्द्र द्विवेदी, प्रयागराज के विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी आदि ने परियोजनाओं के समयबद्ध तथा गुणवत्ता के साथ पूरा करने के सुझाव दिये। पर्यटन मंत्री ने कहा कि उ0प्र0 पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2017 की भांति यूपी में कोरोना कालखण्ड को छोड़कर पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्ष-2023 में लगभग 48 करोड़ तथा जनवरी से जून, 2024 तक लगभग 33 करोड़ पर्यटक यूपी का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि समिति के सदस्यों के सुझाव से पर्यटन सेक्टर अपने अधिकतम ऊचाईयों तक पहुंचेगा। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा, कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। यहां धार्मिक, आध्यात्मिक, ईको के साथ-साथ रूरल, एग्रो, एडवेंचर सहित पर्यटन की अन्य संभावनाएं भी हैं, जिसे धरातल पर उतारा जा रहा है। विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व पर्यटन नीति-2022 पर प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक के दौरान विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहे।