मुख्यमंत्री ने 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी , दुधवा के पार्क में 'मौलश्री' का पौधा भी रोपा 

(प्रणाम पर्यटन ब्यूरो) 

लखनऊ : 26 अप्रैल, 2025 प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने आज जनपद लखीमपुर खीरी में दुधवा टाइगर रिजर्व स्थित गेस्ट हाउस में वन, पर्यटन एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने वन विभाग व पर्यटन विभाग के प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया तथा जनपद के विकास कार्यों के सम्बन्ध में भी अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री  ने दुधवा टाइगर रिजर्व के पार्क में मौलश्री का पौधा रोपा तथा यहां लगे स्टॉल का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि दुधवा टाइगर रिजर्व को ईको-टूरिज्म केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए वन विभाग एवं पर्यटन विभाग मिलकर 15 दिन में कार्ययोजना बनाएं। दुधवा टाइगर रिजर्व का पर्यटन विकास किया जाए और पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं दी जाएं। इसके लिए कनेक्टिविटी, होटल की व्यवस्था के साथ-साथ गाइड के रूप में स्थानीय लोगों को जोड़ा जाए।उन्होंने विदेशी पर्यटकों तथा डॉक्टरों से संवाद किया। विदेशी पर्यटकों ने यहां की व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जतायी। मुख्यमंत्री जी ने वन विभाग के अधिकारियों को पर्यटकों की सुरक्षा तथा सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि पुलिस, एस0एस0बी0 व वन विभाग के अधिकारी वन क्षेत्र में संयुक्त पेट्रोलिंग करें, ताकि अवैध कटान न हो और वन्य जीवों को कोई नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि वन्यजीव-मानव संघर्ष रोकने के लिए ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिया जाए। वन क्षेत्र के आसपास बसे गांवों में सोलर फेंसिंग करायी जाए। उन्होंने कहा कि मनरेगा व सिंचाई विभाग के माध्यम से क्षेत्र की साफ-सफाई व जल-निकासी की समुचित व्यवस्था करायी जाए।यहां उन्होंने मानव वन्य जीव संघर्ष को न्यूनतम करने के लिए वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फण्ड फॉर नेचर, रैपिड रिस्पाँस टीम, नाबार्ड द्वारा लगाए गए केले के उत्पादों तथा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी एवं ट्रैंक्युलाइजर गन, ट्रेल कैमरा, ड्रोन का अवलोकन किया।मुख्यमंत्री जी ने सलूकापुर हाथी कैम्प का भी अवलोकन किया। यहां उन्होंने शिशु हथिनी का नामकरण कर भवानी नाम दिया। उन्होंने हाथियों को चारा, केला आदि खिलाया।

इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, आबकारी एवं मद्य निषेध राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नितिन अग्रवाल, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 अरुण कुमार सक्सेना, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री के0पी0 मलिक तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।