संपादक के बारे में
विगत तीस वर्षों से हिंदी पत्रकारिता से सम्बद्ध प्रदीप
श्रीवास्तव का जन्म फैजाबाद में हुआ। प्रारंभिक शिक्षा वहां से प्राप्त करने के
बाद बाबा भोले नाथ की नगरी वाराणसी के काशी विद्या पीठ से उच्च शिक्षा प्राप्त की।
1985 में अर्थ शास्त्र से स्नातकोत्तर करने के बाद 1986 में पत्रकारिता में स्नातक
की उपाधि प्राप्त की। तीन दशकों से
पत्रकारिता से जुड़े प्रदीप श्रीवास्तव का नाम अंतर्जाल (नेट ) पर सबसे लोकप्रिय
साईट समाचार फार मिडिया डाट काम
द्वारा देश के पचास शीर्ष "हिंदी संपादकों" की सूची में चयन के
लिए चुना भी गया था ।पहली रचना 1976 में बाल पत्रिका ‘नंदन’ में प्रकाशित हुई थी
,उसके बाद एक कार्टून ‘मधु मुस्कान ‘ (सचित्र बाल
पत्रिका) में उसी वर्ष प्रकाशित हुई | 1986 में पत्रकारिता की विधिवत
शुरुवात वाराणसी के लोकप्रिय हिंदी दैनिक "आज " में प्रशिक्षु उपसंपादक से ,बाद में 'आज'
के आगरा संस्करण में उपसंपादक पद पर काम किया |उसके बाद सहारनपुर व् हरियाणा के करनाल
से प्रकाशित हिंदी 'विश्व मानव' में उपसंपादक । फिर गुवाहाटी से
प्रकाशित हिंदी दैनिक "उत्तरकाल "में वरिष्ठ उपसंपादक ।1990 में गुड़गाव से प्रकाशित हिंदी
दैनिक "जन् सन्देश में "फीचर संपादक के पद पर वापसी। 1992 में
महाराष्ट्र के औरंगाबाद से प्रकाशित "देवगिरी समाचार "में फीचर संपादक
,फिर वहीँ कार्यकारी सम्पादक का दाईत्व निभाया। उसके बाद कुछ समय तक
पुणे से प्रकाशित "आज का आनंद " में भी रहे। सन 2000 में तेलंगाना (तब
आंध्र प्रदेश था ) के निज़ामाबाद जिले से प्रकाशित हिंदी दैनिक 'स्वतंत्र वार्ता” प्रारम्भ हुआ तो वहां 2012 तक स्थानीय सम्पादक
रहे। लखनऊ से दिव्यता पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित हिंदी मासिक पत्रिका 'दिव्यता' का 2013 से 2015 तक संपादन |
वर्तमान में लखनऊ
से ही पर्यटन पर आधारित देश की पहली हिंदी त्रैमासिक पत्रिका 'प्रणाम पर्यटन' का प्रकाशन एवं संपादन ,
साथ ही स्वतंत्र लेखन |
सम्मान:
@ हिन्दी त्रैमासिक पत्रिका 'प्रणाम पर्यटन' को उत्कृष्ट सम्पादन के लिए 20
फरवरी-18 दिल्ली पब्लिक लाईब्रेरी एवं संस्कृति मंत्रालय ,भारत
सरकार द्वारा सम्मानित ।
@ सितम्बर 2011 में भोपाल में आयोजित एक
समारोह में "आल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएसन"(आइसना) द्वारा "राष्ट्रिय
पत्रकारिता सम्मान"
@ अहिन्दी भाषी क्षेत्र में हिंदी
पत्रकारिता के लिये थियेटर मूवमेंट ,कटक (उड़ीसा) द्वारा सन
2010 का"कोणार्क सम्मान".
@ भारतीय संस्कृति निर्माण परिषद्
,हैदराबाद द्वारा हिंदी पत्रकारिता एवम जनसंपर्क
के लिये
सन 2010 का "जनजागृति सेवा सदभावना"
सम्मान।
@ पर्यावरण लेखन के लिये सन 2010 का
"भगवान महावीर विश्व शांति सदभावना" सम्मान.
@ रोटरी क्लब आफ निज़ामाबाद द्वारा सन
2008 में पत्रकारिता के लिये एचीवमेंट आवार्ड.
@ इन्डियन एसोसिएसन आफ जर्नलिस्ट ,वाराणसी द्वारा सन 2006 में "काशी रत्न अलंकरण" सम्मान
@ 1993 में लघु समाचार पत्र सम्मेलन,उत्तर प्रदेश द्वारा गैर हिंदी भाषी क्षेत्र में हिंदी पत्रकारिता के लिए
सम्मान.
@ 1985-86 में रोटरेक्ट क्लब आफ वाराणसी
द्वारा खोजी पत्रकारिता के लिये "युवा प्रतिभा सम्मान".
@ 1982 अखिल भारतीय कला एवम साहित्य
विद्यापीठ,मथुरा द्वारा "साहित्य सरस्वती "क़ी उपाधि.
रचनाएँ
प्रकाशित: धर्मयुग,साप्ताहिक हिंदुस्तान,कादम्बनी
,अवकाश,माया,मनोरमा,दिनमान टाईम्स,
रविवार,नवभारत टाईम्स , राजस्थान पत्रिका ,सन्डे आब्जर्वर ,सन्डे मेल,दैनिक हिंदुस्तान,
दैनिक जागरण. द
पब्लिक एजेंडा आदि तमाम हिंदी क़ी पत्र-पत्रिकाओं में सैकड़ों लेख प्रकाशित.
विशेष
: औरंगाबाद प्रवास के दौरान डॉ बाबा साहेब
आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ
के पत्रकारिता
विभाग मे अतिथि व्याख्याता .
साक्षात्कार
:
स्व.देवी लाल,स्व
बाला साहेब देवरस ,स्व.चन्द्र शेखर सिंह,स्व बीजू पटनायक,स्व.बिस्मिल्लाह खान,अटल बिहारी वाजपेयी ओम प्रकाश
चौटाला ,गिरिजा देवी, नारा चन्द्र बाबू
नायडू,अन्ना हजारे,बाबा रामदेव आदि से
बातचीत.
अन्य
आजीवन
सदस्य : इन्डियन
रेडक्रास सोसायटी
उपाध्यक्ष
(पूर्व): रोलबाल एसोशियन
आफ आंध्र प्रदेश
सलाहकार
(पूर्व): साइक्लिंग
एसोसियशन आफ निज़ामाबाद.
इंदूर हिंदी समिति,निज़ामाबाद
संस्कार भारती,निज़ामाबाद
कार्यकारी
सदस्य (पूर्व) : निज़ामाबाद जिला पर्यटन विकास समिति,निज़ामाबाद
निज़ामाबाद जिला शताब्दी समारोह समिति,निज़ामाबाद
आज आपके द्वारा प्रेषित पत्रिका 'प्रणाम पर्यटन'अप्रेल-जून १८ का अंक मिला | हार्दिक आभार | साथ में पत्र भी | फिर वेबसाइट पर आपके विषय में और जानकारी ली | अच्छा लगा | शेष पत्रिका पढ़ने के पश्चात् .... सदैव शुभकामनाओं के साथ
जवाब देंहटाएंआपका
श्याम नारायण श्रीवास्तव
7999652646
व्यक्तित्व के अनुरूप शानदार परिचय. हार्दिक बधाई आदरणीय प्रदीप श्रीवास्तव जी
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